Punjab में खराब हुए हालात! घर से बाहर निकलना हुआ मुश्किल, Advisory जारी
punjabkesari.in Thursday, Nov 06, 2025 - 03:55 PM (IST)
संगरूर (सिंगला): सिविल सर्जन डॉ. अमरजीत कौर ने वायु प्रदूषण पर एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि मौसम में बदलाव और प्रदूषण बढ़ने से वायु की गुणवत्ता बिगड़ने लगती है, जिससे सांस, अस्थमा, राइनाइटिस, सर्दी-जुकाम, खांसी और छाती के रोगों के मरीज बढ़ने लगते हैं।
उन्होंने लोगों से प्रदूषण से बचने की अपील की। उन्होंने कहा कि फसल अवशेषों को जलाने से पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।यह खासकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और लंबे समय से सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए बहुत हानिकारक है। उन्होंने लोगों से प्रदूषण की जांच के लिए सी.पी.सी.बी. की वैबसाइट का उपयोग करने की अपील की। खराब और गंभीर वायु प्रदूषण वाले दिनों में सुबह और देर शाम बाहर घूमने से बचना चाहिए, जॉगिंग, दौड़ या अन्य कठिन शारीरिक गतिविधियों से बचना चाहिए और सुबह और देर शाम के समय बाहरी दरवाजे और खिड़कियां खोलने से बचना चाहिए।
उच्च प्रदूषण वाले क्षेत्रों के पास जाने से भी बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ, खांसी, सीने में तकलीफ या दर्द, चक्कर आना, आंखों में जलन (लाल या पानी आना) हो, तो तुरंत नजदीकी डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों और बुजुर्गों को यथासंभव बाहरी गतिविधियों को कम करना चाहिए। खुले में किसी भी प्रकार की लकड़ी, पत्ते, फसल अवशेषों को जलाने से बचना चाहिए ताकि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों को कम करने के लिए, एंटीऑक्सीडैंट से भरपूर मौसमी फल और सब्जियां खानी चाहिए और पर्याप्त पानी पीना चाहिए।

