इस महिला ने ऑटो चलाकर बदली परिवार की तकदीर,अब बेटी को बनाना चाहती है अफसर

punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2020 - 10:53 AM (IST)

होशियारपुर (जैन): हिमाचल प्रदेश की बेटी रेखा ठाकुर ने पंजाब को अपनी कर्म भूमि बनाते हुए एक बेहतरीन पहल की है। 30 वर्षीय रेखा की ओर से तलवाड़ा में ऑटो रिक्शा चलाया जा रहा है। अपनी सख्त मेहनत से उसने एक और भार ढोने वाली गाड़ी भी खरीद ली है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देता यह प्रेरणादायक कदम साबित करता है कि किसी भी काम के लिए महिलाएं पुरुषों से कम नहीं है। 

24 साल की आयु में शुरू किया ऑटो रिक्शा चलाना
24 साल की आयु में ही ऑटो रिक्शा चला रही रेखा ने जहां पिता को अपनी मेहनत से बेटा होने का गर्व महसूस करवाया, वहीं 25 वर्ष की आयु में पति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस कार्य को जारी रखा। मायके में रहते हुए अपनी दोनों छोटी बहनों की शादी का खर्चा भी खुद उठाया और सबसे छोटे भाई के सिर पर भी हाथ रखा। अब रेखा ठाकुर जहां प्राइवेट नौकरी कर रहे अपने पति के साथ परिवार चला रही है वहीं जरूरत पड़ने पर अपने छोटे भाई की पढ़ाई का खर्चा भी उठा रही है। 

भाई और बेटी को बड़ा अफसर बनाने की है रेखा की इच्छा
गांव टैरेस निवासी रेखा ठाकुर ने बताया कि घर की गरीबी को खत्म करने के लिए जब उसने अपने पिता से अपना ही कारोबार करने के लिए आटो रिक्शा चलाने की बात की तो, उसके पिता ने वर्ष 2014 में एक ऑटो रिक्शा खरीद कर दिया। रेखा ने 2015 में शादी से पहले अपने भावी पति से शादी के बाद भी ऑटो रिक्शा चलाने की इच्छा जताई थी, जिसका उन्होंने समर्थन किया था। रेखा ने बताया कि अब उसकी एक साल की बेटी है। उसका सिर्फ एक ही मकसद है कि वह बेटी सहित छोटे भाई को अफसर बनाए। 

जरूरतमंद महिलाओं को प्रशासन मुहैया करवाएगा ई-रिक्शा: डी.सी.
डी.सी. अपनीत रियात ने रेखा की ओर से किए जा रहे बेहतरीन कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि रेखा जैसी महिलाएं ही वास्तविकता में महिला सशक्तिकरण को परिभाषित करती है। उन्होंने कहा कि रेखा ने साबित कर दिया है कि कोई भी कार्य छोटा, बड़ा या मुश्किल नहीं होता। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से जरूरतमंद महिलाओं को ई-रिक्शा मुहैया करवाए जा रहे हैं, जिसके लिए उनको नि:शुल्क ड्राइविंग प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। 


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