भाजपा क्या जाने राष्ट्रीय ध्वज की महानता - अमरिंदर

punjabkesari.in Sunday, Jan 31, 2021 - 10:25 AM (IST)

चंडीगढ़/जालंधर (अश्वनी,धवन): भारतीय जनता पार्टी के नेता तरुण चुघ द्वारा मुख्यमंत्री की सैन्य पृष्ठभूमि की निंदा करने के जवाब में कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि भाजपा व उसके नेतृत्व को सेना के सम्मान या राष्ट्रीय ध्वज की महानता के बारे में जानकारी ही क्या है। उन्होंने कहा कि देश की अखंडता की रक्षा में हम हमेशा सबसे आगे रहे हैं। देश की रक्षा के लिए शहीद हुए हमारे बेटों के शव हर दूसरे दिन तिरंगे में लिपट कर घर लौटते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में हम ही अपने पुत्रों तथा भाइयों के शवों को देख कर पहुंचने वाले दुख के बारे में जानते हैं। भाजपा की देश की खातिर जानें देने वाले सैनिकों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है। न तो चुघ और न ही भाजपा को संघर्ष कर रहे किसानों को पिटते देख कर सैनिकों के मनों में उठ रहे आक्रोश का एहसास है? चुघ भारतीय जवानों के सम्मान के मुद्दे पर जानबूझ कर झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव के बयान की ङ्क्षनदा करते हुए कहा कि पिछले 6 वर्षों से संवैधानिक ताने-बाने को तोड़ा-मरोड़ा गया है। विशेष रूप से कृषि कानूनों के मामले में ऐसा किया गया है इसलिए उन्हें गणतंत्र दिवस के सम्मान को लेकर नैतिक तौर पर बोलने का अधिकार नहीं है।

अमरिंदर ने पूछा कि उनके इस बयान में गलत ही क्या था जिसमें उन्होंने कहा था कि लाल किला हिंसा को लेकर किसानों की निंदा करने से सशस्त्र सेनाओं के मनोबल पर असर पड़ेगा क्योंकि इसमें 20 प्रतिशत पंजाब से संबंध रखते हैं। ऐसा कह कर उन्होंने किस तरह से गणतंत्र दिवस का अपमान किया है? वह स्वयं सैन्य पृष्ठभूमि से संबंध रखते हैं तथा चुघ को आधारहीन आरोप नहीं लगाने चाहिएं।

मुख्यमंत्री ने पूछा कि उस समय गणतंत्र दिवस का सम्मान कहां गया जब केंद्र में भाजपा सरकार ने देश के संघीय ढांचे को तोड़ा तथा राज्यों के संवैधानिक अधिकारों पर डाका मारा। कृषि कानूनों को राज्यों से सलाह किए बिना लागू किया गया।

केंद्र की दमनकारी नीतियों का मुकाबला महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चल कर करें - अमरिंदर
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेन्द्र ने कहा कि दमनकारी नीतियों के खिलाफ राष्ट्रपति महात्मा गांधी का अहिंसा व संयम का सिद्धांत मौजूदा परिस्थितियों में और भी अधिक प्रासंगिक हो गया है। किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार ने जो दमनकारी नीतियां अपनाई हैं उसका मुकाबला महात्मा गांधी द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चल कर ही किया जा सकता है। किसान अहिंसा के सिद्धांत पर चलकर केंद्र की दमनकारी नीतियों का  मुकाबला करें। केंद्र किसानों पर चाहे जितना मर्जी दमन कर ले परन्तु जीत किसानों की ही होगी। अब समय आ गया है जब समूचे वर्गों को किसानों के साथ एकजुटता से खड़ा होना होगा। अब केंद्र को कृषि कानून वापस ले लेने चाहिएं और इसी में देश का हित है। 

भाजपा विधानसभा चुनावों को देखते हुए राज्य में गड़बड़ करना चाहती है
अमरेंद्र ने चुघ की इस बात के लिए निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने (मुख्यमंत्री ने) लाल किले में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वालों का समर्थन किया है। अमरेन्द्र ने कहा कि उन्होंने लाल किला हिंसा में संलिप्त लोगों का समर्थन नहीं किया। उन्होंने सबसे पहले इस ङ्क्षहसा की ङ्क्षनदा की थी। वह समझते हैं कि इसमें किसानों का हाथ नहीं है बल्कि शरारती तत्वों ने लाल किला पर हिंसा की। इसमें भाजपा के समर्थक शामिल थे। इस बात की जांच होनी चाहिए कि इस षड्यंत्र के पीछे किस का हाथ है। चुघ गलत बयान देकर अपनी पार्टी की विफलताओं पर पर्दा डालने की कोशिशें कर रहे हैं। भाजपा आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए राज्य में गड़बड़ करवाना चाहती है। उसे पाकिस्तान तथा चीन से बढ़ रहे खतरों की जानकारी नहीं है तथा न ही उसे पता है कि पंजाब में किस तरह ड्रोन द्वारा हथियारों को सीमा पार से भेजा जा रहा है।


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Tania pathak

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