जाखड़ को सहयोग नहीं देने वाले BJP नेताओं के पंख कतरने जा रहा हाईकमान
punjabkesari.in Tuesday, Aug 08, 2023 - 08:08 AM (IST)

जालंधर: भारतीय जनता पार्टी पंजाब में प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ से असहयोग करने वाले पार्टी नेताओं के पंख कतरने की तैयारी में है। ये वे नेता हैं जो जाखड़ को वांछित सहयोग नहीं दे रहे। रोचक बात यह भी है कि आर.एस.एस. ने भी जाखड़ से असहयोग करने वाले नेताओं को आड़े हाथों लिया है। आगामी एक-दो माह में पार्टी के पंजाब ढांचे में होने वाले रद्दोबदल में ऐसे नेताओं को दरकिनार करने की भी तैयारी है। गत 27 जुलाई को पंजाब भाजपा का एक शिष्टमंडल सुनील जाखड़़ के नेतृत्व में पंजाब के राज्यपाल से मिला था।
भाजपा नेताओं के साथ-साथ कालिया ने भी किया था स्वागत
शिष्टमंडल की यह मुलाकात पंजाब में बाढ़ को लेकर पंजाब सरकार के असफल प्रबंधों के विरुद्ध थी। जैसे ही भाजपा का शिष्टमंडल राज्यपाल से मिलकर पत्रकारों से बातचीत करने पंजाब राजभवन से बाहर आया तो अधिकतर मीडिया की टिप्पणियां थीं कि शिष्टमंडल में केवल कांग्रेस इत्यादि से इंपोर्ट होकर भाजपा में शामिल हुए नेता ही थे, भाजपा का कोई टकसाली नेता इस शिष्टमंडल में नहीं था। यह मामला पार्टी के प्रांतीय प्रभारी और फिर पार्टी हाईकमान के समक्ष भी पहुंचा जिसे पार्टी ने गंभीरता से लिया। राज्यपाल से मिलने वाले शिष्टमंडल में भाजपा नेता मनोरंजन कालिया समेत कुछ अन्य नेताओं के भी नाम थे। जानकारी के अनुसार समय रहते उन नेताओं को मोबाइल संदेश से सूचित कर दिया गया था परंतु वे नेता शिष्टमंडल में शामिल नहीं हुए। कुछ का तर्क था कि उन्हें कोई फोन नहीं आया तो कुछ ने कहा कि उन्हें समय रहते संदेश नहीं मिला।जाखड़़ की अध्यक्ष पद पर नियुक्ति का अन्य भाजपा नेताओं के साथ-साथ मनोरंजन कालिया ने भी स्वागत किया था। अबोहर से पूर्व विधायक अरुण नारंग ने जाखड़ की नियुक्ति के विरोध में अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी, वहीं भाजपा की नेत्री और पूर्वमंत्री लक्ष्मी कांता चावला ने जाखड़ की नियुक्ति का विरोध किया था।
RSS के लिए असहज हो सकते हैं सुनील जाखड़
सुनील जाखड़़ के पदग्रहण समारोह में पूर्व अध्यक्ष अश्वनी शर्मा की अनुपस्थिति को भी विरोध का आधार माना गया परंतु शर्मा ने अपने स्वास्थ्य का हवाला देकर न आने का आधार बताकर स्पष्टीकरण दिया। पार्टी सूत्रों अनुसार हाईकमान ने जाखड़़ से असहयोग करने वाले नेताओं की अपने स्तर पर सूची तैयार की है। पार्टी के पंजाब ढांचे में बड़ा फेरबदल तो राष्ट्रीय अध्यक्ष के बदले जाने के बाद ही होना है परंतु छोटे स्तर पर पंजाब के ढांचे में फेरबदल करने की तैयारी है। इस फेरबदल में जाखड़़ से असहयोग करने वाले नेताओं को पद से दूर रखने का निर्णय हुआ है। असहयोग करने वाले नेताओं को आगामी विधानसभा चुनावों में टिकट देने से भी दरकिनार किया जा सकता है। पहले ऐसा कहा जा रहा था कि कांग्रेस विचारधारा में पले-बढ़े सुनील जाखड़ आर.एस.एस. के लिए असहज हो सकते हैं परंतु जाखड़ से असहयोग करने वाले नेताओं की पहचान अब आर.एस.एस. के बड़े लोगों द्वारा ही की जा रही है। आर.एस.एस. के एक नेता ने कहा कि बृजलाल रिणवा व दिवंगत कमल शर्मा के बाद जाखड़़ ऐसे नेता आए हैं जो पार्टी की गतिविधियों को पंजाब के कोने-कोने तक ले जा रहे हैं।