Breaking : पंजाब के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

punjabkesari.in Thursday, Aug 01, 2024 - 08:01 PM (IST)

लुधियाना (सेठी):  पंजाब के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार भारत भूषण आशु को आज ईडी की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। आपको बता दें पंजाब केसरी ने पहले ही इसकी पुष्टि कर दी थी। बताया जा रहा है कि ईडी ने मनी लाड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है। 

आपको बता दें आज सुबह 10 बजे पंजाब के पूर्व मंत्री और कांग्रेस सीनियर लीडर भारत भूषण आशु आज जालंधर स्थित ईडी के दफ्तर पहुंचे। इस दौरान उनसे ईडी जालंधर दफ्तर में पूछताछ की गई। सुबह से शुरू हुई पूछताछ शाम तक चली। बताया जा रहा है कि भारत भूषण आशु को 2 दिन पहले ईडी ने किसी मामले में सम्मन जारी किए थे। गौरतलब है कि भारत भूषण आशु के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु जब खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय की बागडोर संभाल रहे थे, तब उन पर करीब 2 हजार करोड़ रुपए के टेंडर में धोखाधड़ी का आरोप लगा था। पंजाब की मंडियों में श्रम और परिवहन टेंडरों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुईं। इस मामले की जांच के दौरान यह जानकारी भी सामने आई है कि ट्रांसपोर्टेशन और सप्लाई के नाम पर कई फर्जी गाड़ियों का इस्तेमाल और दुरुपयोग किया गया। आपको ये भी बता दें कि ये मामले पहले विजिलेंस द्वारा उठाया गया था, इस मामले में विजिलेंस ने कोर्ट में चालान भी पेश किया था। इसके बाद इस मामले में की जांच ईडी द्वारा शुरू की गई। ईडी ने इसके दस्तावेज मांगे थे, जिसके बाद आज भारत भूषण आशु को ईडी ने पेश होने के लिए कहा था। 

टेंडर घोटाले का मामला :

गौरतलब है कि मंडी में लेबर ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाला में अनाज मंडियों में आरोपी वाहनों पर नकली नंबर पलेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। आरोपियों ने टेंडर में गलत वाहनों के नंबरो को दिखा दिया। जांच दौरान सामने आया कि जो नंबर दिखाए गए थे व स्कूटर, मोटरसाइकिल व थ्री व्हीलर के थे, जोक माल ढोहने के लिए मान्य नहीं है। इस मामले में करीब 2 महीने पहले कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों व ठेकेदारों पर भी आरोपे लगे थे कि उन्होंने उस समय  भारत भूषण आशु को फायदा पहुंचाया है और  करोड़ों धोखाधड़ी में साथ दिया है। इस मामले में विजिलेंस द्वारा एफआईआर भी दर्ज करके सभी गिरफ्तारी शुरू की गई थी। 

जांच दौरान ई.डी. को उन्हें करीब डेढ़ करोड़ रुपए की 5 सरकारी संपत्तियों की जानकारी मिली। पिछले साल छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी को यह संभावना दिखी थी कि ये संपत्तियां धोखाधड़ी के पैसों से खरीदी गई हैं। जांच एजेंसी ने तलाशी के दौरान मिले करीब 30 लाख रुपए भी जब्त कर लिए हैं और आगे की जांच शुरू कर दी है। इसकी जांच पंजाब पुलिस के विजिलेंस ब्यूरो की टीम कर रही थी। इसी केस के आधार पर केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने इस केस को अपने हाथ में लिया और इस मामले की जांच के दौरान कई आरोपियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन के दौरान काफी अहम सबूत जुटाए गए।

 

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News Editor

Kamini

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