Businessman ने एक ही झटके में खत्म किया था पूरा परिवार, अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा Suicide Note

punjabkesari.in Tuesday, Oct 27, 2020 - 10:21 AM (IST)

बठिंडा(विजय): अपने 2 बच्चों व पत्नी को गोली मारकर आत्महत्या करने वाले ग्रीन सिटी निवासी चिटफंड चलाने वाले दविंद्र गर्ग का 6 पेज का सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वायरल सुसाइड नोट में दविन्द्र गर्ग ने जहां 9 लोगों पर परेशान करने के आरोप लगाए हैं वहीं कईयों का साथ देने के लिए धन्यवाद किया है। इसमें उसने उसे एस.एस.पी. दफ्तर बुलाने संबधी भी लिख है। हालांकि इस सुसाइड नोट को पुलिस ने छुपाकर रखा था। लेकिन  सुसाइड नोट अचानक सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।सार्वजनिक हुआ जो उसने अपने हाथ से पंजाबी व अंग्रेजी में लिखा था।
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अपनी व परिवार की मौत के लिए उसने सीधा 9 लोगों को जिम्मेवार ठहराया जिनमें 2 कांग्रेसी नेता शामिल है जबकि एक कांग्रेसी नेता राज कुमार नंबरदार को अपना हितेशी बताया। सुसाइड नोट में उसने अपील की, कि उसने माता-पिता सहित ससुराल का ख्याल नंबरदार रखे और उसके ससुराल की गिरवी रखे हुए मकान को वापिस दिलाया जाए।  सुसाइड नोट में उसने आरोप लगाया कि आरोपी उसे ब्लैकमेल कर रहे थे ओर उसका करोड़ों रुपए हड़प कर गए ससुराल की जमीन कब्जे में ले ली जबकि उसके हिस्सेदारों ने भी घाटा उसके सिर मड़ दिया। उसकी पत्नी के नाम से लाखों के सिक्योरिटी चैक लिए पर पैसा लौटाने को बावजूद वापस नहीं किए। कोहिनूर सहित अन्य आरोपी घर आकर उससे गाली-गलौच करते थे जिससे परेशान होकर उससे यह बड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर किया गया। मिली जानकारी के अनुसार इन्हीं सब बातों से मृतक दविंद्र गर्ग पिछले 6 माह में पूरी तरह से टूट चुका था व इस बाबत उसने सारा मामला अपने पिता व भाई के साथ भी सांझा किया था। परिजन उसे हौसला देते थे लेकिन वह पैसे लेने के लिए डाले जा रहे दबाव व कार्रवाई की धमकियों से इस कदर परेशान हो गया कि उसने पहले अपनी पत्नी को गोली मारी व बाद में दोनों बच्चों के सिर पर गोली मारकर खुद को मौत के घाट उतार लिया। बठिंडा में घटी यह घटना किसी बड़े खौफ  से कम नहीं है जबकि उस मामले में पुलिस ने आरोपी लोगों के खिलाफ  केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 


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एस.एस.पी. दफ्तर में बुलाया था मनजिंद्र सिंह धालीवाल ने  
दविंद्र ने सुसाइड नोट में लिखा कि मनजिंद्र सिंह धालीवाल (हैप्पी) ने मार्च, अप्रैल व मई में मेरे खाते में 50 लाख रुपए ट्रांसफर किए थे। लेकिन मुझसे नकद रुपए वापिस ले लिए। उसने इसके बदले में मुझसे इससे दोगुनी रकम का चैक 30 सितम्बर, 2020 को लिया था।  लेकिन उसने मेरा चैक वापस नहीं किया। उसने मुझसे 1.04 करोड़ रुपएकी मांग की और धमकी दी कि उनकी पुलिस व प्रशासन में काफी पहुंच है। गत 30 सितमम्बर को मैने उसको 12 लाख रुपए दिए। लेकिन वह 1 करोड़ की मांग करता रहा। उन्होंने मुझे 9 अक्तूबर को एस.एस.पी. दफ्तर में बुलाया और अपने मोबाइल से मेरी एक फर्जी वीडियो बनाई। इसमें मुझसे कहलाया गया कि मैं हर माह उसको 10 लाख रुपए दूंगा। वह मुझे पिछले 7 माह से परेशान कर रहा था। वह राशि पर 10 फीसद ब्याज वसूल करता रहा है उसको माफ न करें। 

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राजनीतिक दल का नेता होने की बात कर धमकियां देता था संजय जिंदल
मृतक ने सुसाइड नोट में बताया कि संजय जिंदल बॉबी फाइनेंस का काम करता है व लोगों से खाली चैंक व प्रनोट हासिल कर मनमानी राशि इसमें भरकर अवैध तौर पर वसूली कर ब्लैकमेल करता है। संजय जिंदल ने जितनी राशि उसे ब्याज पर दी उससे 500 गुणा राशि वसूल करने के बावजूद उस पर कानूनी कार्रवाई करने की धमकी देने के साथ राजनीतिक दल का नेता होने की बात कर धमकियां देता था।

घर में आकर धमकियां देता था राजू कोहेनूर अपने भाई व पत्नी के साथ
वहीं राजू कोहेनूर अपने भाई व पत्नी के साथ मिलकर उसके घर में आकर धमकियां देता था व पूरे परिवार व मुहल्ले के सामने ऊंची आवाज में बात कर धमकाता था व बेइ’जत करता था। उन्होंने जैतों के कुछ लोगों के नाम भी लिखे जिसमें कहा गया कि उन्होंने उनके सुसराल वालों की प्राप्र्टी अटैच कर रखी है वह मेरे मरने के बाद उनकी प्राप्र्टी वापस कर दे क्योंकि उन्होंने पहले ही उनसे ली गई राशि का काफी  प्रिंसीपल अमाऊंट (मूल राशि) व व्याज वापस कर दिया है। 

क्या कहना है मृतक के भाई अश्वनी गर्ग का
मृतक दविंद्र गर्ग के भाई अश्वनी गर्ग वासी पंचवटी नगर बठिंडा ने ब्यान दर्ज करवाए कि पूरे मामले में बिट्क्वाइन करंसी के लेनदेन जुड़ा है, लॉकडाऊन मार्च में लगा तो बिट्क्वाइन करंसी के रेट कम हो गए। इस दौरान करोड़ों रुपए इसमें लगे थे। वही कुछ दूसरे पार्टनरों ने भी इसमें पैसा लगाया था। बठिंडा के राजू कोहेनूर उसके भाई बब्बू कालड़ा व पत्नी अमन कोहेनूर ने बिट्क्वाइन करंसी में लगाया पैसा प्रॉफि ट सहित निकाल कर अपने पास रख लिया व जो पैसा लोगों का देना था वह दविंद्र पर डाल दिया। यह राशि करोड़ों में थी जिसके चलते कुछ पैसा तो दविंद्र ने किसी तरह दे दिया लेकिन इसी दौरान मनजिंद्र सिंह हैप्पी, प्रवीण बांसल, संजय जिंदल बाॉबी, मनी बांसल सभी वासी बठिंडा, अशोक कुमार वासी रामा मंडी, अभिषेक जौहरी ने उस पर पैसा जल्दी देने के लिए दबाब बनाना शुरू कर दिया। वही ऐसा नहीं करने पर उसे राजनीतिक रौब डालकर बर्बाद करने व पुलिस के पास केस दर्ज करवाने की धमकियां देना शुरू कर दी। उक्त लोग राजू कोहिनूर से मिलकर उसे सत्ता पक्ष में पहचान होने व उसके खिलाफ  कानूनी कारवाई करने की लगातार धमकियां दे रहे थे।  मनजिंद्र सिंह धालीवाल ,राजू कोहेनूर, अमन कोहेनूर, बब्बू कालड़ा, संजय जिंदल, प्रवीण बांसल, अभिषेक जौहरी, अशोक कुमार वासी रामा मंडी के साथ मन्नी बांसल पैसे के लेन-देन को लेकर  दविंद्र को परेशान कर रखा था व उसे बर्बाद करने व उसके खिलाफ  मामले दर्ज करवाने की धमकियां देते थे। इसी बात से परेशान उसने गत वीरवार की दोपहर अपने ग्रीन सिटी स्थित किराए की कोठी में पहले पत्नी व बाद में दोनो ब‘चों को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया व बाद में स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।


लोगों की देनदारी मेरे सिर मड़ी अभिषेक जोहरी ने
इस सुसाइड नोट में भिषेक जोहरी को बिट्क्वाइन का माहिर बताया जिसने उसके क्रैडिट कार्ड को पैसों के ट्रांजेक्शन के लिए इस्तेमाल किया, वहीं व्हाट्सएप ग्रुप मेरे नंबर से जोड़कर लोगों से चैट कर उन्हें बेवकूफ  बनाकर करोड़ों रुपए ठगे व बाद में उक्त देनदारी भी उसके सिर मड़ दी गई। यही नहीं सुसाइड नोट में आरोप लगाया गया है कि आरोपी लोग उन्हें सत्तापक्ष के साथ जुड़ा होने की बात कर मानसिक तौर पर परेशान करते थे व पैसे नहीं देने पर पुलिस कार्रवाई करवाने व जान से मारने तक की धमकियां देते थे। 


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