सियासी बदले की भावना नहीं, पर बादलों के खिलाफ प्रत्येक शिकायत की जांच होगी : अमरेन्द्र

punjabkesari.in Monday, Sep 10, 2018 - 08:59 AM (IST)

जालन्धर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि वह उनकी सरकार अपने सियासी विरोधियों के विरुद्ध सियासी बदले की भावना से काम नहीं करेगी परन्तु साथ ही उन्होंने दोहराया है कि बादलों के विरुद्ध प्रत्येक शिकायत की जांच होगी। हम किसी को भी पंजाब को बर्बाद नहीं करने देंगे।चाहे बादल हों या कोई अन्य, अगर वह किसी भी शिकायत में दोषी पाए गए तो कार्रवाई अवश्य होगी। पंजाब सरकार कानूनी प्रक्रिया की पालना कर रही है ताकि पंजाब को बर्बाद करने वालों को दंडित किया जा सके। उन्होंने लोगों को भरोसा दिया कि जैसे ही जांच एजैंसियों को बादलों के खिलाफ कुछ भी सबूत मिलेंगे उनकी सरकार तुरन्त कानून की पालना करते हुए कार्रवाई कर देगी।

कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने दोहराया कि राज्य में ड्रग के बोलबाले के कारण पिछले 10 वर्षों में काफी बर्बादी हुई है। राज्य में ड्रग माफिया की रीढ़ तोड़ दी गई है तथा वह एस.टी.एफ. द्वारा पिछले कुछ महीनों में नशों के खिलाफ की गई जांच से संतुष्ट हैं। मार्च-2017 तक पंजाब में नशा खुलेआम उपलब्ध होता था पर कांग्रेस सरकार बनने के बाद नशा तस्कर राज्य को छोड़ कर फरार हो गए। पंजाब सरकार द्वारा नशों के विरुद्ध छेड़े गए अभियान के तहत नशों में लिप्त नौजवानों ने अब नशों से तौबा कर ली है। 

पंजाब को विरासत में खाली खजाना मिला था तथा पूर्व अकाली सरकार ने पंजाब को आॢथक तौर पर बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी पर अब परिस्थितियां धीरे-धीरे ठीक हो रही हैं। पूर्व सरकार के कार्यकाल में धार्मिक ग्रंथों की हुई बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिए जस्टिस (सेवानिवृत्त) रंजीत सिंह आयोग का गठन किया गया था जिन्होंने अपनी रिपोर्ट तैयार करते समय शानदार कार्य किया है। बरगाड़ी तथा बहबल कलां में हुई पुलिस फायरिंग की बारीकी से जांच की गई है। इस समस्या के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। पहले ही 1980 के दशक में आतंकवाद के कारण 35 हजार निर्दोष लोगों की जानें गईं परन्तु अब उनकी सरकार कानून-व्यवस्था को भंग करने की किसी को भी अनुमति नहीं देगी इसलिए धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी की घटनाओं तथा नशा माफिया को लेकर कड़े कानून सरकार ने बनाए हैं। 

उन्होंने पंजाब को बर्बादी के रास्ते पर ले जाने के लिए अकाली नेतृत्व विशेष रूप से प्रकाश सिंह बादल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर उनके विरुद्ध सरकार को सबूत मिलते हैं तो उनकी सरकार बादलों के विरुद्ध भी कार्रवाई करने में एक मिनट की देरी नहीं लगाएगी। वह शुरू से यह कहते आ रहे हैं कि उनका सियासी बदले की भावना में भरोसा नहीं है इसीलिए पिछले डेढ़ वर्ष के कार्यकाल के दौरान किसी भी सियासी विरोधी के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई नहीं की गई है। 

अकाली नेतृत्व द्वारा कांग्रेस को बदनाम करने की भावना से बयान दिए जा रहे हैं। उन्होंने आरोपों को खारिज किया कि पंजाब में शांति व साम्प्रदायिक सौहार्द को भंग करने वाले किसी भी तत्व के साथ उनका कोई संपर्क है। उन्होंने विदेशों में कार्यरत खालिस्तानियों पर टिप्पणी करते कहा कि उन्हें पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. का समर्थन हासिल है जो पंजाब को अस्थिर करना चाहती है। कनाडा, जर्मनी, इंगलैंड व इटली जैसे देशों से खालिस्तानी लहर को पुनर्जीवित करने के प्रयास किए जा रहे हैं परन्तु कांग्रेस सरकार पंजाब में किसी को भी शांति भंग करने की अनुमति नहीं देगी। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों की चर्चा करते हुए कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस आसानी से सभी 13 सीटें जीत लेगी। केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ महंगाई व अन्य मुद्दों को लेकर रोष है।


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