53 साल के दौरान बठिंडा में पहली बार बनेगा कांग्रेस का मेयर- मनप्रीत बादल

punjabkesari.in Wednesday, Feb 17, 2021 - 02:40 PM (IST)

बठिंडा (वर्मा): नगर निगम बठिंडा नतीजे आ चुके है, जिसमें कांग्रेस को 43 और अकाली दल को 7 वार्ड में जीत हासिल हुई जबकि आप, भाजपा, बसपा, आजाद और दूसरी विरोधी पार्टी का खाता भी नहीं खुल सका। बठिंडा के कुल 50 वार्ड हैं, जबकि पिछले 5 सालों के दौरान अकाली भाजपा गठबंधन का मेयर चुना गया था परंतु पंजाब की सत्ता और कांग्रेस काबिज़ रही और मेयर को आज़ादी के साथ काम करन का मौका नहीं मिला। 

मनप्रीत बादल की तरफ से पत्रकार सम्मेलन में कहा कि 53 सालों के इतिहास में बठिंडा नगर निगम का मेयर कांग्रेस का होगा और अब सभी अधूरे काम पूरे होंगे। दीवाली के पटाख़े, होली की रंगोली और जीत के ढोल के बीच मनप्रीत बादल ने कहा कि जितनी बड़ी जीत हुई है उतने ही बड़े काम होंगे और उतनी बड़ी ही ज़िम्मेदारी उन पर आएगी। उन्होंने कहा कि अकाली दल को जो 7 वार्डों में जीत प्राप्त हुई है उनमें 50 से कम वोटों पर पांच उम्मीदवार जीते हैं जबकि 7, 8 वार्ड में उनकी जीत मानी जा सकती है। मनप्रीत बादल ने कहा कि उनके लिए एक चुनौती थी जिसके लिए उन्होंने पूरी ताकत लगा दी, यहां तक कि उसके परिवार के सदस्यों भी जीत यकीनी बनाने में सफल रहे।

मनप्रीत बादल ने कहा कि कांग्रेस ने घोषणापत्र में अपना वायदा पूरा कर दिया है कि पंजाब में हर मतदान पर 50 प्रतिशत महिला के लिए आरक्षित हैं जिस की शुरूआत हो चुकी है। नौकरियों में भी 33 प्रतिशत कोटा महिलाओं के लिए रखा गया है। भविष्य में पंजाब की दिशा ही बदल जाएगी और अन्य को बराबर का अधिकार मिलेगा। कांग्रेस के मेयर बनने पर अधूरे पड़े काम अब पूरे होंगे, सबसे बड़ा काम बस स्टैंड को बाहर लेकर जाना है जिस पर 68 करोड़ ख़र्च होगा परंतु इसलिए डिफेंस की मंज़ूरी ज़रूरी है जो अगले कुछ महीनों में मिल जाएगी। 

पार्किंग समस्या ख़त्म करने के लिए माल रोड स्थित गर्लस्कूल में सात मंजिली इमारत का काम जल्द शुरू होगा। पंजाब सरकार की तरफ से सिविल लाईन क्षेत्र को व्यापार स्थान में बदल के लिए जो योजना तैयार की गई उसे दीवाली तक खत्म किया जाएगा और सभी सरकारी दफ़्तर और आवास थर्मल कालोनी में शिफ्ट हो जाएंगे। सिविल लाइन क्षेत्र में सात मंजिला पब्लिक पुस्तकालय विश्व स्तर पर बनेगी जो पूरी तरह डिजिटल होगी।

चुनाव से पहले पार्टियों ने करवाए सर्वे:
वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने माना कि मतदान से पहले उन्होंने एक प्राईवेट एजेंसी से बातचीत करके मतदान के लिए सर्वे करवाया था। इस कंपनी ने 20 -22 दिन लोगों को मिलकर उनकी भावनाएं समझी। कंपनी ने उनसे उम्मीदवारों की लिस्ट मांगी और उन्होंने इस पर ही काम किया और उसकी रिपोर्ट हाई कमान को भेज कर उम्मीदवारों को टिकट बांटे। 

कांग्रेस अपनी इस योजना में पूरी तरा सफल रही और बठिंडा में फिर जीत हासिल की। इस तरह भाजपा समेत आप पार्टी ने भी निजी कंपनी से सर्वेक्षण करवाया थी परंतु उनको एक भी सीट प्राप्त नहीं हुई। अकाली दल ने भी इन मतदान में पूरी ताकत लगाई सुखबीर बादल ने ख़ुद जाकर लोगों से मिले परंतु उनको 7 सीटों पर ही सब्र करना पड़ा।


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Content Writer

Tania pathak

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