फिर उठा सरबजीत की बहनों का विवाद,बलजिंदर कौर ने दलबीर कौर को लिए आड़े हाथ
punjabkesari.in Monday, Feb 26, 2018 - 02:36 PM (IST)

अमृतसरः पाकिस्तान की जेल में हमले में मारे गए भिखीविंड निवासी सरबजीत सिंह की बहन होने का दावा करने वाली बलजिंदर कौर ने एक बार फिर दलबीर कौर पर निशाना साधा है। बलजिंदर ने कहा कि दलबीर का सरबजीत के परिवार से कोई लेना देना नहीं है।
वह यहां श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने पहुंची थी। माथा टेकने के बाद बातचीत में कहा, दलबीर कौर का सरबजीत के परिवार से कोई रिश्ता नहीं है। मैं ही उसकी सगी बहन हूं। दलबीर का असली चेहरा देश और दुनिया के सामने लाकर छोड़ूंगी। लुधियाना कोर्ट इस केस का फैसला सुनाने वाली है। मुझे पूरी उम्मीद है अदालत में सच्चे और झूठे का फैसला होगा।
लुधियाना मोती नगर लुधियाना में रहने वाली बलजिंदर कौर ने फिर से दोहराया कि वह ही सरबजीत की असली बहन है। उसने कहा कि दलबीर कौर एक चालाक महिला है और खुद को सरबजीत की बहन बताकर लोगों को धोखा दिया है। उसने कहा कि दलबीर कौर के साथ उसके परिवार का कभी भी समझौता नहीं हो सकता और न ही सरकार की ओर से सरबजीत सिंह की शहादत पर दी गई अनुदान राशि लेने के पक्ष में है। वह डीएनए टेस्ट करवाने को भी तैयार है।
उसने बताया कि दलबीर कौर जम्मू-कश्मीर की रहने वाली है। वह अपनी मां के साथ जम्मू से भाग कर मेरे पिता महंगा सिंह के दोस्त सुलक्खन सिंह के संपर्क में आई। सुलक्खन सिंह की पत्नी की मौत हो गई थी। इसलिए सुलक्खन सिंह ने दलबीर कौर और उसकी मां को अपने पास आश्रय दिया था।
उसने कहा, सुलक्खन सिंह और मेरे पिता महंगा सिंह मथुरा ट्रांसपोर्ट में काम करते थे। दलबीर कौर का असली पति बलदेव सिंह था, जिसकी जेल में मौत हो चुकी है। दलबीर कौर ने स्वप्नदीप कौर को सरबजीत की बेटी बता कर तहसीलदार की नौकरी सरकार से झूठे दस्तावेज देकर लगवाई है। वास्तव में वह दलबीर कौर और बलदेव सिंह की पुत्री है।
बलजिंदर ने कहा कि सरबजीत की पत्नी का नाम सुखप्रीत कौर है और सरबजीत की असली पुत्री सिर्फ एक ही है जिस का नाम पूनम है। सरकार ने पूनम को भी अध्यापक की नौकरी देने का ऐलान किया था, जो उसे आज तक नहीं मिली। पंजाब सरकार ने सरबजीत सिंह अंतिम संस्कार के दौरान एक करोड़ रुपए देने की घोषणा की थी। यह राशि सरबजीत की पत्नी सुखप्रीत, असली पुत्री पूनम, दलबीर कौर और दलबीर कौर की पुत्री स्वप्नदीप कौर में बांट दिया गया। केंद्र सरकार ने परिवार को एक गैस एजैंसी भी ऐलान की थी, जिस पर दलबीर कौर ने कब्जा कर लिया और पूनम को वहां एक नौकरी पर रख लिया।