खून चूसने का डर्टी गेम जारी, माफिया के रूप में काम कर रहे डिपो होल्डर व आटा चक्की मालिक

punjabkesari.in Monday, Mar 06, 2023 - 11:30 AM (IST)

लुधियाना: जिला प्रशासन विशेषकर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों की नालायकी "प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना" से जुड़े लाखों गरीब और जरूरतमंद परिवारों पर भारी पड़ने वाली है क्योंकि महानगर में अधिकतर डिपो होल्डरों और आटा चक्की मालिकों की जंडली माफिया के रूप में काम करते हुए गरीब परिवारों का खून चूसने का गंदा खेल खेलने के लिए सक्रिय हो गए हैं l

असल में डिपो होल्डर और आटा चक्की मालिक गरीब और जरूरतमंद परिवारों को मिलने वाली मुफ्त सरकारी गेहूं की पिसाई के लिए 1 रु. प्रति किलो कमीशन की सेटिंग कर योजना से जुड़े परिवारों पर अतिरिक्त स्थिति और पतली करने में घटिया चालो पर उतर आए हैं l मतलब के डिपो होल्डरो और आटा चक्की मालिकों द्वारा चलाए जा रहे उक्त गोरखधंधे के कारण योजना से जुड़े लाखों परिवारों पर करोड़ो रु, का अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ना तय है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अकेले लुधियाना जिले में ही पोने 5 लाख राशन कार्ड धारक परिवारों के करीब 18 से 20 लाख सदस्य केंद्र सरकार द्वारा मिलने वाली फ्री गेहूं योजना का लाभ ले रहे हैं, जिसमें प्रत्येक सदस्य को 6 महीने की 30 किलो गेहूं सरकार द्वारा मुहैया करवाई जा रही है मतलब कि अकेले लुधियाना जिले में ही करोड़ों रुपए की कमीशन का घोटाला होने की चर्चा है l यहां इस बात का जिक्र करना अनिवार्य होगा कि पूरे पंजाब में करीब 35 लाख राशन कार्ड धारक परिवारों के डेढ़ करोड़ से ऊपर सदस्य को मौजूदा समय दौरान केंद्र सरकार द्वारा अक्टूबर 2022 से लेकर 31 मार्च 2023 तक के लिए 6 महीनों की गेहूं का लाभ दिया जा रहा है, जिसमें प्रति सदस्य को प्रति महीना 5 किलो गेहूं के हिसाब से 6 महीने की 30 किलो गेहूं बिल्कुल फ्री देने का प्रावधान है l

पिसाई के लिए गेहूं नहीं मिलने वाले चक्की मालिकों ने किया खुलासा

अब अगर बात की जाए गरीब परिवारों को मिलने वाली मुफ्त गेहूं पर डिपो होल्डरो और आटा चक्की मालिकों द्वारा कमीशन के खेले जा रहे गंदे खेल की तो इस बात का कथित खुलासा आटा चक्की मालिकों द्वारा ही किया गया है जिनके पास पिसाई के लिए गेहूं नहीं पहुंच रही है l इस संबंध में जानकारी देते हुए बस स्टैंड नजदीक और राहों रोड स्थित आटा चक्की मालिकों ने बताया कि शहर के कई दबंग चक्की मालिकों द्वारा डिपो होल्डरों के साथ सेटिंग कर लाभ पात्र परिवारों के विरोध के बावजूद उनकी गेहूं सीधे चक्की पर भेजी जा रही है जिसके कारण छोटी आटा चक्कियो पर ग्राहक गेहूं की पिसाई करवाने के लिए नहीं पहुंच पा रहा है l उन्होंने आरोप लगाया कि आटा चक्की माल को और डिपो होल्डरो द्वारा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टरो की नाक के तले गुंडागर्दी ओर धक्के शाही का यह नंगा नाच खेला जा रहा है, जिसके कारण पंजाब सरकार की कार्यशैली के खिलाफ गंभीर सवालिया निशान लग रहे हैं l

 यह ऐसा नहीं है कि इस संबंध में जिला प्रशासन को कोई जानकारी नहीं है बल्कि उक्त मामले को लेकर पंजाब केसरी द्वारा 17 जनवरी को प्रकाशित अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किए गए समाचार "आटा चक्की मालिक और डिपो होल्डर मिलकर चूस रहे जनता का खून" के माध्यम से सारे गोरखधंधे की जानकारी जिला प्रशासन तक पहुंचाई गई थी जिसके तुरंत बाद डिप्टी कमिश्नर मैडम सुरभि मलिक ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए गए। हालांकि इस मामले में विभागीय कंट्रोलर मैडम शिफाली चोपड़ा और मीनाक्षी द्वारा कर्मचारियों की टीम में गठित कर चेकिंग करने के दावे भी किए गए लेकिन उक्त दावे बिल्कुल खोखले साबित हुए हैं और आज भी खुलेआम डिपो होल्डर और आटा चक्की मालिक गरीब परिवारों का खुलेआम खून चूसने की डर्टी गेम खेल रहे हैं l

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News Editor

Urmila

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