पंजाब के इतिहास में पहली बार जेलों में बंद सभी आरोपियों का होगा Dope Test

punjabkesari.in Tuesday, Jul 19, 2022 - 11:39 AM (IST)

बठिंडा(विजय वर्मा): केंद्रीय जेलों में नशे को पूर्ण तौर पर रोकने के लिए पंजाब सरकार की ओर से प्रदेश की सभी जेलों में बंद आरोपियों का डोप टेस्ट करवाया जा रहा। पहले पड़ाव के तहत नाभा, मानसा, बरनाला, अमृतसर, मलेरकोटला, फाजिल्का, होशियारपुर की जेलों में बंद हवालातियों और कैदियों का डोप टेस्ट किया जा चुका है। हालांकि सूत्रों ने यह स्पष्ट नहीं किया कि जिन जिलों की जेलों में बंद आरोपियों का डोप टेस्ट किया गया उनमें कितने नेगेटिव और पॉजिटिव आए है। जेलों में बंद हवालातियों और कैदियों का डोप टेस्ट करवाए जाने संबंधी पंजाब जेलों के एडीजीपी हरप्रीत सिंह सिद्धू ने पुष्टि की है। 

सूत्रों ने एक्सक्लूसिव जानकारी देते हुए बताया कि 23,24 जुलाई को बठिंडा की केंद्रीय जेल में बंद हवालातियों और कैदियों का डोप टेस्ट होगा। इसके लिए सिविल सर्जन कार्यालय की एक टीम को विशेष तौर पर तैयार किया गया है। जो जेल के अंदर जाकर कैदियों और हवालातियों का डोप टेस्ट करेगी। उक्त जेल में करीब 2 हजार हवालाती और कैदी बंद है।  इस जेल में 66 के करीब बड़े गैंगस्टर भी बंद है। जो पंजाब के अलग अलग जिलों से संबंधित है। जेल में खतरनाक गैंगस्ट्रो को अति सुरक्षा वाले जोन में रखा गया है। सूत्रों ने बताया कि जेल में बंद सभी गैंगस्टर का डोप टेस्ट होगा। इसके लिए जेल प्रशासन की तरफ से पूरी तैयारी कर ली गई है। 

जेल में बढ़ेगी पंजाब पुलिस की सुरक्षा
सूत्रों ने बताया कि 23,24 जुलाई को जब सिविल अस्पताल की टीम की तरफ से जेल अंदर बंद आरोपियों का डोप टेस्ट किया जाएगा तो जेल के भीतर पंजाब पुलिस की सुरक्षा को सख्त किया जाएगा। 

डोप टेस्ट से नशे के आदि हवालातियों और कैदियों की होगी पहचान 
सूत्रों ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा जेलों में बंद नशे के आदि लोगों की पहचान करने के मकसद से उनका डोप टेस्ट करवाया जा रहा है ताकि जो आरोपी नशे के आदि है उनका उपचार सरकार को ओर से करवाया जा सकें। सूत्रों ने बताया कि पंजाब सरकार के इस कदम से सूबे की जेलों नशा मुक्त हो जाएंगी और जो जेल प्रशासन पर जेलों में नशा न रोकने के आरोप लगाए जाते है उनसे जेल प्रशासन को राहत मिलेगी।  सूत्रों ने बताया कि अगस्त माह के आखिर  तक पूरे पंजाब की जेलों में बंद हवालातियों और कैदियों का डोप टेस्ट कर दिया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि डोप टेस्ट के दौरान कितने हवालती और कैदी पॉजिटिव और नेगेटिव आए है उनका डाटा शायद ही किसी के साथ शेयर किया जाए। पंजाब सरकार गोपनीय तरीके से इस काम को सिरे चढ़ाना चाहती है।ताकि किसी भी पॉजिटिव आए कैदी या हवालाती की पहचान उजागर न हो सके।पंजाब जेलों में एडीजीपी हरप्रीत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब की सभी जेलों में बंद हवालातियों और कैदियों का डोप टेस्ट इस लिए करवाया जा रहा ताकि नशे के आदि व्यक्ति की पहचान हो सकें और उनका आसानी से उपचार करवाया जा सकें। उन्होंने कहा कि पंजाब की जेलों में बंद नशे के आदि हवालातियों और कैदियों को मुख्यधारा में वापिस लाने का प्रयास किया जा रहा है।


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Vatika

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