‘चुनाव आयोग केंद्र की भाजपा सरकार के हाथों में खेल रहा है’

punjabkesari.in Wednesday, Apr 10, 2019 - 07:02 PM (IST)

चंडीगढ़: ‘‘धर्मग्रंथों की बेअदबी’’ के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस गोलीबारी में 2015 में मारे गए दो लोगों के परिजन ने चुनाव आयोग के आदेश पर मामले के जांच अधिकारी के तबादले का बुधवार को विरोध किया। परिजन ने दावा किया कि चुनाव आयोग केंद्र की भाजपा सरकार के ‘‘हाथों में खेल रहा है।’’ 

धर्मग्रंथों की बेअदबी के बाद प्रदर्शन के दौरान फरीदकोट के बहबल कलां में 14 अक्तूबर 2015 को पुलिस की गोलीबारी में गुरजीत सिंह और कृषण भगवान सिंह मारे गए थे। कृषण भगवान सिंह के बेटे सुखराज सिंह ने कहा, ‘‘चुनाव आयोग द्वारा आईपीएस अधिकारी का तबादला करने का निर्णय राजनीति से प्रेरित लगता है क्योंकि इसे अकाली दल की शिकायत पर किया गया।’’     2015 के धर्मग्रंथ बेअदबी और पुलिस गोलीबारी घटनाओं की जांच करने वाले विशेष जांच दल की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि जांच सही दिशा में चल रही थी। पुलिस गोलीबारी में मारे गए 25 वर्षीय गुरजीत सिंह के पिता साधु सिंह ने आरोप लगाए कि अकाली दल की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने केंद्र की भाजपा सरकार के इशारे पर कार्रवाई की। 
         
आईपीएस अधिकारी के खिलाफ अकाली दल की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने पंजाब सरकार को निर्देश दिया था कि आदर्श आचार संहिता का ‘‘उल्लंघन’’ करने के सिलसिले में अधिकारी को उनके वर्तमान पद से हटा दिया जाए। धर्मग्रंथों की 2015 में हुई बेअदबी और पुलिस गोलीबारी की जांच करने वाले विशेष जांच दल का सदस्य होने के अलावा आईपीएस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह पुलिस महानिरीक्षक (अपराध) भी थे। वह संगठित अपराध नियंत्रण इकाई के अतिरिक्त प्रभारी भी थे।
 


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