पंजाब के सरकारी स्कूल को लेकर बड़ी वारदात, चली गोली
punjabkesari.in Friday, Jul 18, 2025 - 06:13 PM (IST)

मलोट : स्कूल के बाहर फायरिंग होने की बड़ी वारदात सामने आई है। गांव रामनगर में स्कूल समिति को लेकर चल रहा विवाद आज गंभीर रूप ले लिया। इस संबंध में वर्तमान सरपंच और दूसरे पक्ष के बीच तीखी बहस से शुरू मामला हाथोपाई तक पहुंच गया। हालांकि, इस मामले में एक पक्ष ने सरपंच पर स्कूल में दखलंदाजी और गोलीबारी का आरोप लगाया है। वहीं, दूसरी ओर, वर्तमान सरपंच के पति और आम आदमी पार्टी नेता ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि वे स्कूल को नंबर वन स्कूल बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन विपक्षी दलों को यह बात हजम नहीं हो रही है। जिसके चलते उन्होंने उन पर हमला किया। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई।
इस संबंध में दोनों पक्षों के बीच हाथापाई का एक वीडियो भी सामने आया है। जानकारी के अनुसार, स्कूलों को सुचारू रूप से चलाने के लिए हर 2 साल में स्कूल प्रबंधन समितियों का गठन किया जाता है। जिसमें पंचायत, बच्चों के अभिभावकों सहित विभिन्न वर्गों के सदस्य शामिल होते हैं। सरकारी प्राइमरी स्कूल की इस कमेटी के चुनाव प्रक्रिया के दौरान तनाव बढ़ गया।
इस संबंध में, पंचायत के ग्राम सदस्य गुरसेवक सिंह और लखविंदर सिंह ने बताया कि कल मिडिल स्कूल के चुनाव के दौरान उन्होंने कहा था कि हम अपनी मर्जी से इस स्कूल की कमेटी बना रहे हैं और आप प्राइमरी स्कूल में अपनी कमेटी बना लीजिए। आज जब हम स्कूल में कमेटी बना रहे थे, तो सरपंच के पति भूपिंदर सिंह और बेटे व अन्य लोगों ने उन्हें जातिसूचक गालियां दीं और मारपीट की। बाद में स्कूल से बाहर आकर उन्होंने रिवॉल्वर से फायरिंग भी की।
पूर्व सरपंच भूपिंदर सिंह का क्या कहना
दूसरी ओर, पूर्व सरपंच भूपिंदर सिंह राम नगर का कहना है कि वह अभी भी स्कूल कमेटी के अध्यक्ष हैं। उन्होंने गांव के सरकारी स्कूल में ऐसी लगवाया है। इससे पहले भी इन लोगों ने पंचायत का प्रस्ताव पास नहीं होने दिया था। उन्होंने कहा कि अकाली दल और कांग्रेस के कुछ लोग उनके द्वारा किए गए विकास से खुश नहीं हैं। जब वह स्कूल पहुंचे तो उक्त व्यक्ति पहले से ही तैयार बैठे थे और गाली-गलौज करने लगा, जिसके चलते दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया।
उन्होंने बताया कि इतना ही नहीं, बाद में उक्त व्यक्ति उनके एक साथी जगसीर सिंह जज के घर गए और उस पर भी हमला कर दिया, जो गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में दाखिल है। उन्होंने जातिसूचक भाषा और गोली चलाने के आरोपों को झूठा बताया। इस मामले पर हेडमास्टर जगमीत सिंह ने कहा कि कमेटी के चयन को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया था। एक तरफ मौजूदा सरपंच थे तो दूसरी तरफ बच्चों के अभिभावक थे। चयन के दौरान नामों को लेकर विवाद हो गया और बाद में मामला हाथापाई तक पहुंच गया। जिसके संबंध में उन्होंने डीईओ को सूचित कर दिया है। उधर, एसएसओ दविंदर कुमार का कहना है कि घटना की सूचना मिलने पर वह मौके पर पहुंचे थे। मामले की जांच की जा रही है, जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
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