कोरोना को हराना है तो SMS रूल करें फॉलो

punjabkesari.in Monday, May 11, 2020 - 03:49 PM (IST)

चंडीगढ़ (पाल): कोरोना वायरस को रोकना है तो एस. (सोशल डिस्टेंसिंग) एम. (मास्क) एस (स्टे एट होम) के रूल को फॉलो करने की जरुरत है। इसको जिंदगी का हिस्सा बनाना जरुर ही। पी.जी.आई. कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर और फैकल्टी एसोसिएशन के प्रधान डॉ. जे.एम. ठाकुर कहते हैं कि दूसरे देशों के मुकाबले भारत में कोरोना के केस गंभीर नहीं हैं। हमारे पास माइल्ड और एसी ऑटोमेटिक वाले मरीज ज्यादा हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि हमारे यहां वायरस के कारण डेथ रेट काफी कम है, जोकि राहत की बात है। लोगों को पैनिक होने की जरुरत नहीं है। लोगों को मरीज बढ़ने की बात बताई जा रही है लेकिन मरीज रिक्वरी भी कर रहे हैं। इस वक्त नैगेटिव चीजों की जगह पॉजीटिव चीजें लोगों तक पहुंचाने की जरुरत है। 

कब मिलेगी कोरोना से राहत
डॉ. ठाकुर कहते हैं कि कोरोना कोई खतरनाक वायरस नहीं हैं। यह आम फ्लू की तरह है। हां, इसमें एक चीज है कि यह फैलता काफी तेजी से है। इसलिए मरीज को आईसोलेशन में रखा जाता है, तांकि दूसरों को ना हो। दुनियाभर में हेल्थ माहिर कोरोना को लेकर राय दे रहे हैं कि यह कब खत्म होगा। इसको लेकर डॉ. ठाकुर ने बताया कि आने वाले कुछ समय में केस बढ़ेंगे। जोकि इसका पीक प्वाइंट होगा। इटली में अब पीक प्वाइंट आ चुका है। वहां अब वायरस खत्म हो रहा है। 

एक हफ्ते से चंडीगढ़ में ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है लेकिन इन मामलों को देखकर कहा जा सकता है कि फिलहाल कम्युनिटी स्प्रेड नहीं हुआ है। जितने भी केस आ रहे हैं, उनकी ट्रेसिंग से पता चला है कि वह किसी ना किसी के संपर्क में आए हैं। 

लाइफ स्टाइल बदलने की जरुरत
हमने एच.आई.वी., टी.वी., स्वाइन फ्लू, डेंगू जैसे वायरस से जीना सीख चुके हैं। हमें अब इसके साथ भी जीना सीखना होगा। ज्यादा दिन तक लॉकडाउन में नहीं रहा जा सकता है। इसलिए इन बेसिक चीजों से ही इससे बचा जा सकता है। 
 


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Mohit

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