पूर्व मंत्री कालिया ने सिंगला को बर्खास्त करने पर उठाए सवाल

punjabkesari.in Friday, May 27, 2022 - 03:34 PM (IST)

जालंधर (विशेष) : भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया ने आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा अपने ही मंत्री विजय सिंगला को बर्खास्त किए जाने के तरीके पर सवाल उठाए हैं। कालिया ने कहा है कि आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार के मामले में सहूलियत की राजनीति कर रही है। पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल पंजाब में सरकार बनने के 10 दिन बाद गुजरात में जाकर कहते हैं कि भगवंत मान ने पंजाब में 10 दिन में भ्रष्टाचार खत्म कर दिया और यही बात हिमाचल में जाकर दोहराई जाती है और वहां पर कहा जाता है कि भगवंत मान ने 15 दिन में भ्रष्टाचार खत्म कर दिया, लेकिन केजरीवाल के इस बयान के डेढ़ महीने के बाद ही उनका अपना मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है। कालिया ने कहा कि हालांकि वह मंत्री की बर्खास्तगी का स्वागत करते हैं, लेकिन इस मामले में दर्ज की गई एफ.आई.आर. अपने आप में बड़े सवाल खड़े कर रही है।

एफ.आई.आर. में मंत्री और उसके ओ.एस.डी. द्वारा किए गए भ्रष्टाचार का वाक्या चंडीगढ़ के पंजाब भवन व सचिवालय को बताया गया है, जबकि मामले की एफ.आई.आर. मोहाली में दर्ज की जाती है। यदि सरकार इस मामले में पाक साफ थी तो यह एफ.आई.आर. चंडीगढ़ में दर्ज होनी  चाहिए थी ताकि चंडीगढ़ पुलिस निष्पक्ष तरीके से इस मामले की जांच कर पाती। इतना ही नहीं एफ.आई.आर. में उस आडियो क्लिप का कोई जिक्र नहीं है, जिसके आधार पर मंत्री को बर्खास्त किए जाने की बात कही गई है। लिहाजा ये सारा मामला अपने आप में ही सवाल खड़े करने वाला है। कालिया ने कहा कि दरअसल यह मामला आम आदमी पार्टी के विधायकों की असलियत सामने आने की शुरूआत है, यदि एक मंत्री इस तरीके से भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जा रहा है तो इस बात की क्या गारंटी है कि कैबिनेट के अन्य मंत्री साफ-सुथरे होंगे।

कालिया ने कहा कि एसोसिएशन आफ डैमोक्रेटिक रिफार्म (ए.डी.आर.) की रिपोर्ट में ही कहा गया है कि आम आदमी पार्टी के 92 में से 52 विधायक दागी हैं और विधायकों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले तक दर्ज हैं। ए.डी.आर. ने यह रिपोर्ट विधायकों द्वारा चुनाव आयोग को दिए गए हल्फनामों के आधार पर तैयार की है। इसका मतलब है कि टिकट देते वक्त विधायकों का किरदार नहीं देखा गया था और अब ये किरदार सामने आने शुरू हो गए हैं। एक मामले में तो पटियाला रूरल के विधायक बलवीर सिंह को सजा भी हो गई है, जबकि एक अन्य विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा पर सी.बी.आई. ने 40 करोड़ रुपए के गबन का मामला दर्ज किया है। गढ़शंकर से आम आदमी पार्टी के विधायक जयकिशन रोढ़ी पर भी 5 लाख रुपए रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं, लेकिन इन तीनों विधायकों को लेकर आम आदमी पार्टी ने चुप्पी साधी हुई है। इस कारण भी विजय सिंगला के मामले में सवाल खड़े होते हैं।

पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी, सरकार बुरी तरह फेल
कालिया ने कहा कि पिछले 2 महीने में आम आदमी पार्टी की सरकार के दौरान पंजाब की कानून व्यवस्था लचर हो गई है और रोजाना हत्या, डकैती और चोरी के मामले सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही नशे के साथ भी युवा अपनी जान गंवा रहे हैं, जबकि सरकार का पूरा ध्यान अपने प्रचार पर लगा हुआ है। आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले हर घर को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वायदा किया था, लेकिन यह वायदा पूरा नहीं किया गया है। इतना ही नहीं हर महिला को 1000 रुपए प्रति महीना देने के वायदे से भी पार्टी पीछे हटती नजर आ रही है। पंजाब सरकार द्वारा युवाओं को 25 हजार नौकरियां देने का मामला भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। सरकार जिस तरीके से हर मामले में यू टर्न ले रही है, उसे देखकर लगता है कि सरकार पहले फैसला लेती है और उसके बाद उस पर विचार करती है। लिहाजा लोगों का मोह सरकार से भंग होना शुरू हो गया है। पंजाब में जिस तरीके के हालात बन रहे हैं, उसे देखकर लोगों को आम आदमी पार्टी सरकार के 5 साल भी 25 साल के बराबर लगेंगे।

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News Editor

Kamini

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