पंजाब के Private अस्पतालों की तरफ से आयुष्मान भारत योजना के तहत करोड़ों का घोटाला, पर्दाफाश

punjabkesari.in Wednesday, Mar 10, 2021 - 05:24 PM (IST)

चंडीगढ़: पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य के कुछ प्राईवेट अस्पतालों द्वारा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के अधीन लाभार्थियों का इलाज करने के नाम पर फर्जी डॉक्टरी बिलों के द्वारा प्रतिपूर्ति के दावों में करोड़ों रुपए की घपलेबाज़ी करके मोटी रकमों के बीमा क्लेम हासिल किए जाने का पर्दाफाश किया है। इस दौरान अधिकृत इफको टोकियो बीमा कंपनी द्वारा सरकारी अस्पतालों के बीमा क्लेम भारी मात्रा में रद्द कर दिए गए, जिस कारण राज्य सरकार के खज़़ाने को करोड़ों का घाटा पड़ा है।

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आज यहां यह जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के मुख्य डायरैक्टर और डी.जी.पी. बी.के. उप्पल ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना में चल रहे इस घोटाले की हर पक्ष से गहराई तक जांच करने एक विजीलैंस इन्कुआरी दर्ज की गई है, जिससे इस योजना के अधीन प्राईवेट अस्पतालों द्वारा की जा रही बड़ी घपलेबाज़ी करके अपने आप को वित्तीय लाभ पहुंचाने संबंधी की जा रही अनियमितताओं का पर्दाफाश किया जा सके और सरकारी अस्पतालों के बीमा क्लेम रद्द करने के कारणों की जांच की जा सके। उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में दलजिन्दर सिंह ढिल्लों एस.एस.पी. विजीलैंस ब्यूरो, जालंधर रेंज जालंधर द्वारा एकत्रित की गई प्राथमिक जांच के अनुसार आयुष्मान भारत स्कीम के अंतर्गत जालंधर, होशियारपुर और कपूरथला के कई बड़े नामी अस्पतालों द्वारा स्मार्ट स्वास्थ्य कार्ड धारकों के नाम पर मोटी रकमों के फर्जी डॉक्टरी बिल तैयार करके बड़े स्तर पर घपलेबाज़ी करके बीमा क्लेम हासिल किए जा रहे हैं। इन तीन जि़लों में कुल 35 सरकारी अस्पताल और 77 प्राईवेट अस्पताल इस योजना के अधीन राज्य सरकार द्वारा सूचीबद्ध किए गए हैं।
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उप्पल ने और विवरण देते हुए बताया कि प्राथमिक जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि जि़ला कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी कस्बे में चल रहे एक नामी अस्पताल (जाँच प्रभावित न हो इस कारण नाम नहीं दिया जा रहा) ने इस साल के दौरान करीब 1282 व्यक्तियों के इलाज के लिए कुल 4,43,98,450 रुपए (चार करोड़ तेतालिस लाख अट्ठावन हज़ार चार सौ पचास रुपए) का बीमा क्लेम किया गया, जिसमें से इस अस्पताल के 519 दावे रद्द हो गए और बाकी बचे मामलों में से कुल 4,23,48,050 रुपए (चार करोड़ तेईस लाख अड़तालिस हज़ार पचास रुपए) के दावे स्टेट हैल्थ अथॉरिटी पंजाब द्वारा पास किए गए हैं। पास हुई इस राशि 4,43,98,450 रुपए में से अब तक 1,86,59,150 रुपए (एक करोड़ छियासी लाख उनसठ हज़ार एक सौ पचास रुपए) की रकम की अदायगी बीमा कंपनी ‘इफको टोकियो’ द्वारा उक्त अस्पताल को की जा चुकी है।

जांच अधीन अस्पताल की पोल खोलते हुए उन्होंने बताया कि इस नामी अस्पताल द्वारा उक्त योजना के अंतर्गत एक मरीज़ के इलाज के बदले उसके परिवार के अन्य व्यक्तियों का दाखि़ला अस्पताल में दिखा कर झूठे बीमा क्लेम हासिल किए गए हैं। प्राथमिक जाँच के अनुसार परमजीत कौर निवासी गांव टुरना जि़ला जालंधर तारीख़ 13.09.2019 को इस अस्पताल में पित्ताश्य की पथरी का ऑपरेशन कराने के लिए दाखि़ल हुई थी, परंतु कुछ निजी कारणों से उसकी तरफ से अपने पित्ताश्य की पथरी का ऑपरेशन नहीं करवाया गया और बिना ऑपरेशन करवाए अपने घर चली गई थी। परंतु इस अस्पताल द्वारा उक्त मरीज़ के ऑपरेशन का 22,000 रुपए का आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के अधीन फर्जी बिल तैयार करके इफको टोकियो से दावा हासिल कर लिया गया।

क्या है आयुष्मान भारत योजना
वर्णन योग्य है कि तारीख़ 20.08.2019 को शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत देश के 10 करोड़ से ज़्यादा गरीब/ज़रूरतमंद ग्रामीण और शहरी परिवारों को मुफ़्त स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं। भारत सरकार द्वारा इस योजना के लिए 60 प्रतिशत और राज्य सरकारों द्वारा 40 प्रतिशत वित्तीय सहायता के तौर पर बतौर प्रीमियम इफको टोकियो कंपनी को दी जाती है। पंजाब राज्य में यह योजना सरबत सेहत बीमा योजना के अधीन चल रही है, जिसके अनुसार लगभग 1000 रुपए की रकम राज्य सरकार की तरफ से बतौर प्रीमियम प्रति परिवार इस बीमा कंपनी को सालाना अदा की जा रही है। इस सम्बन्धी पंजाब सरकार द्वारा गरीब/ज़रूरतमंद परिवारों को स्मार्ट कार्ड जारी किया जाता है। इस स्मार्ट कार्ड के द्वारा उस व्यक्ति को या उसके परिवार के मैंबर को यदि कोई गंभीर बीमारी हो जाती है तो वह इस स्कीम के अधीन अस्पताल में दाखि़ल होकर 5,00,000 रुपए तक का इलाज मुफ़्त करवा सकता है। इस योजना की निगरानी स्टेट हैल्थ अथॉरिटी, पंजाब स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग कर रहा है।


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Content Writer

Vatika

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