प्रेम जाल में फंसाकर नाबालिगा को बनाया हवस का शिकार,अब मामला दबाने में लगा बड़े घर का ‘काका’

punjabkesari.in Wednesday, Oct 31, 2018 - 08:32 AM (IST)

अमृतसर(स.ह.):मां की मौत के बाद अपने नाना-नानी के पास रह रही 14 वर्षीय लड़की को प्रेमजाल में फंसाकर 2 अन्य साथियों के साथ मिलकर सामूहिक दुष्कर्म करने के मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है । लड़की के साथ दुष्कर्म करने वाला कोई ओर नहीं उसी क्षेत्र की एक बड़ी स्वीट शाप के मालिक का बेटा (काका) है, जो पैसों के जोर पर अपनी इस घिनौनी हरकत पर पर्दा डालने का प्रयास कर रहा है। कहीं न कहीं पुलिस भी उसका साथ तो नहीं दे रही! 

घटना के 40 घंटे बीत जाने के बाद न तो कोई कानूनी कार्रवाई हो सकी है और न ही संबंधित थाना प्रभारी इस घटना के बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि उन्होंने इस बारे में कुछ सुना तो है मगर अभी तक उनके पास कोई शिकायत नहीं पहुंची है जबकि दूसरी ओर देखें तो थाना कोतवाली के बाहर पीड़िता के परिवार वालों के साथ भारी संख्या में लोग खड़े थे और घंटों कार्रवाई करने के लिए जोर डाल रहे थे। 

क्या है मामला?

स्थानीय खूह बम्बे वाला की रहने वाली एक युवती का विवाह कटड़ा शेर सिंह के युवक के साथ हुआ था। विवाह के 15 वर्ष बाद जब उसकी मौत हो गई तो उसकी मासूम बेटी अपने नाना-नानी के पास आकर रहने लगी। जहां उसे एक स्वीट शॉप के मालिक के बेटे ने अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। विगत रात्रि उस युवक ने अपने 2 और साथियों को बुलाया और एक योजना के तहत नाबालिगा को अपने साथ ले गया। जहां तीनों ने उससे सामूहिक दुष्कर्म किया। मासूम युवती उनकी दरिंदगी से चिल्लाती रही मगर उसकी किसी ने आवाज नहीं सुनी। रात को हुई इस घटना के बाद युवती को धमकियां देकर भेज दिया गया, जिसने घर पहुंच कर अपने नाना-नानी से पूरी बात कही। जब यह लोग पुलिस के पास कानूनी सहायता के लिए आए तो उन पर पैचअप का दबाव बनाया जा रहा है। क्या पुलिस इस कदर निकम्मी हो चुकी है कि उसे एक नाबालिगा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म का दर्द भी महसूस नहीं हो रहा। यह एक बड़ा सवाल उच्च पुलिस अधिकारियों के लिए जांच का विषय है। 

क्या कहना है ए.डी.सी.पी. का?

ए.डी.सी.पी. जगजीत सिंह वालिया का कहना है कि उन्होंने इस बारे में थाना प्रभारी को जांच के उपरांत कानूनी कार्रवाई करने को कहा है।

क्या कहना है थाना प्रभारी का?
थाना इंचार्ज प्रवेश चोपड़ा का कहना है कि उन्हें ऐसा मामला सुनने में तो आया है मगर अभी तक उन्हें इस बार में कोई शिकायत नहीं मिली। थाना प्रभारी का यह कहना हजम नहीं हो रहा क्योंकि थाने के बाहर शिकायत लेकर आए दर्जनों लोग पीड़ित परिवार के साथ खड़े थे। 

क्या कहना है कानूनी माहिर का?

कानूनी विशेषज्ञ एड. राजदीप सूद का कहना है कि अगर किसी भी नाबालिगा के साथ दुष्कर्म की घटना होती है और वो मामला पुलिस के ध्यान में आ जाता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई करना अनिवार्य है। अगर इसमें किसी तरह का पैचअप करवाने का प्रयास किया जाता है और या कानूनी कार्रवाई नहीं की जाती तो पुलिस पर भी कार्रवाई हो सकती है।


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swetha

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