पंजाब के Teachers के लिए खुशखबरी, सरकार ने किया ये ऐलान
punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 05:43 PM (IST)

चंडीगढ़ (अंकुर): पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने ऐलान किया है कि 5 अक्टूबर को 'विश्व अध्यापक दिवस' के मौके पर श्री आनंदपुर साहिब में एक भव्य समारोह के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में शानदार सेवाएं निभाने वाले 71 सरकारी अध्यापकों को 'राज्य अध्यापक पुरस्कार 2025' से सम्मानित किया जाएगा। इसका उद्देश्य राज्य के शिक्षा क्षेत्र में इन अध्यापकों के समर्पण और शानदार योगदान को गौरवान्वित करना है। हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि राज्य सरकार अध्यापकों के बहुमूल्य योगदान को मान्यता देने पर गर्व महसूस करती है, जो न केवल युवाओं के सपनों को उड़ान देते हैं, बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य के मार्गदर्शक भी बनते हैं। राज्य पुरस्कारों की जानकारी सांझा करते हुए, हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि कुल 55 अध्यापकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार दिया जाएगा, जिनमें से 34 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों और 21 प्राइमरी स्कूलों के अध्यापक हैं।
इसके अलावा 10 अध्यापकों को यंग टीचर अवॉर्ड (6 सेकेंडरी और 4 प्राइमरी अध्यापक) से सम्मानित किया जाएगा। तीन अध्यापकों को विशेष अध्यापक पुरस्कार और तीन अध्यापकों को उनके असाधारण नेतृत्व के लिए प्रशासनिक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक पुरस्कार विजेता को राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा पदक, शॉल और योग्यता प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के कार्यकाल में पंजाब का शिक्षा क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य अध्यापक पुरस्कार समारोह अध्यापकों के प्रदर्शन को मान्यता देने और उन्हें और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है ताकि राज्य के शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्टता और समर्पण की संस्कृति को और बढ़ावा दिया जा सके। उल्लेखनीय है कि पंजाब नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एन.ए.एस.) 2024, में सभी राज्यों को पीछे कर आगे रहा है। इसी तरह ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए उद्यमिता को मुख्य विषय के रूप में भी शामिल करने में पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है। इस विषय को शामिल करने का उद्देश्य छात्रों में उद्यमशीलता की मानसिकता को बढ़ावा देना है ताकि वे नौकरी चाहने वाले के बजाय नौकरी देने वाले बनें। इस वर्ष सरकारी स्कूलों के बड़ी संख्या में छात्रों ने नीट और जेईई मेन्स व एडवांस जैसी अत्यधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की है, जो राज्य में शिक्षा क्षेत्र की प्रगति को दर्शाता है।
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