प्रिंसिपल और मुख्याध्यापकों को एक ही स्कूल की जिम्मेवारी देने के सम्बन्ध में जीएसटीयू ने शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र, अध्यापकों की ट्रान्सफर जल्द करने की रखी मांग

punjabkesari.in Thursday, Oct 29, 2020 - 07:21 PM (IST)

लुधियाना (विक्की) : पंजाब के शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला की स्वीकृति के अनुसार शिक्षा सचिव पंजाब द्वारा सैंकड़ों किलोमीटर दूर स्थानों पर कार्यरत बहुत से प्रिंसिपल और मुख्याध्यापकों के आवेदन अनुसार पिछले छह सात महीनों के दौरान उनकी रिहायश के निकट के स्कूलों में बदली की गई हैं। जारी किए गए आदेशों के अनुसार सबंधित प्रिंसिपल और मुख्याध्यापकों को अपने नए स्कूल में हफ़्ते के पहले 3 दिन और अपने पुराने स्कूल में हफ़्ते के पिछले 3 दिन उपस्थित रहने की निर्देश दिए गए है। जिसके चलते सबंधित प्रिंसिपल और मुख्याध्यापकों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या के हल के लिए गवर्नमैंट स्कूल टीचर्स यूनियन पंजाब के प्रांतीय अध्यक्ष सुरिंदर कुमार पुआरी, प्रांतीय सरप्रस्त चरण सिंह सराभा, सीनियर उपाध्यक्ष प्रेम चावला,वित्त सचिव नवीन कुमार सचदेवा, प्रांतीय प्रैस सचिव प्रवीण कुमार और प्रांतीय महा-सचिव बलकार वलटोहा ने पंजाब के शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला को ई-मेल के द्वारा माँग पत्र भेज कर उनके ध्यान में लाया है कि सबंधित प्रिंसिपल और मुख्याध्यापकों को दो स्कूलों का प्रभार संभालने के साथ मौजूदा कोरोना महामारी के संकट दौरान स्कूल में चलते विकास कार्यो की देख रेख करने और विद्यार्थियों की आनलाइन पढ़ाई का लगातार मूल्यांकन करने आदि के सम्बन्ध में मुश्किलों का सामना करना पढ़ रहा है। इस लिए उन्हें सिर्फ एक ही स्कूल की जिम्मेवारी सौंपी जाए। मनीष शर्मा, हरी देव, संजीव शर्मा, टहल सिंह सराभा ने बताया कि विभाग में 3582, 6060 मास्टर और कुछ ओर भर्ती में से अध्यापक अपने घरों से 200 -250 कि.मी दूर सेवा निभा रहे है। गवर्नमैंट स्कूल टीचर्स यूनियन ने माँग की कि जल्दी से जल्दी ट्रान्सफर्स पर लगी रोक हटा कर सब की ट्रान्सफर्स बिना किसी शर्त के की जाएँ। अन्य के आलावा इस अवसर पर इस समय परमिंदरपाल सिंह रामगढ़, नरिंदरपाल सिंह बुर्ज, जोरा सिंह बस्सियां, बलबीर सिंह कंग, ज्ञान सिंह दोराहा, बलबीर सिंह थरीके, सतविंदरपाल सिंह, बलवंत सिंह दाद, शमशेर सिंह बुर्ज, दर्शन सिंह मोही, बलविंदर सिंह कोहाड़ा, गुरमेल सिंह सराभा, रमनदीप सिंह फल्लेवाल आदि नेता भी उपस्थित थे।


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Aacharya Kamal Nandlal

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