जरा रुकिए! आपको पैसे की जरूरत है तो भूलकर भी ना करे ये काम, नहीं तो...
punjabkesari.in Monday, Jun 19, 2023 - 10:20 AM (IST)

लुधियाना(धीमान) : अगर आपको पैसे की जरूरत है तो भूलकर भी डिजिटल तरीके से लोन देने वाली कंपनियों के चंगुल में न फंसे। भगवान ना करें अगर आपका लोन डिफॉल्ट हो गया तो आप पूरे विश्व में बदनाम कर दिए जाओगे। आजकल इंटरनेट पर स्वयं बैंक की तरह काम करने वाली कुछ कंपनियों ने लोगों को 20 हजार से 5 लाख तक का लोन देने के लिए उनके फेसबुक टि्वटर और इंस्टाग्राम पर विज्ञापन देने शुरू कर दिए हैं।
विज्ञापन इतने लुभावने होते हैं कि लोग ना चाह कर भी लोन लेने के लिए मन बना बैठते हैं।इसमें लिखा होता है कि 5 मिनट में लोन का अप्रूवल होगा और आधे घंटे में आपके अकाउंट में पैसा पहुंच जाएगा। लोग आवेदन कर देते हैं और उनकी बैंक की सारी जानकारी यह कंपनियां हासिल कर लेती हैं। हर महीने की किस्त भी उन्हें ब्याज सहित जोड़कर बना दी जाती है।लेकिन जब उनसे व्याज के बारे में पूछा जाता है,तो वह इस तरीके से बात करते हैं जैसे वह सरकारी बैंकों से भी कम ब्याज पर उन्हें ऋण मुहैया करवा रहे हैं। असल में इनका ब्याज सालाना 25 से 30 प्रतिशत तक बैठता है जबकि सरकारी और अन्य निजी बैंक जो रिजर्व बैंक के द्वारा मान्यता प्राप्त है वह 8 से 12 फ़ीसदी तक ही चार्ज करते हैं। एक किस्त बाउंस होने पर 2 हजार का चार्ज लगाया जाता है।
अगर दूसरी किश्त भी डिफॉल्ट कर गई तो यह कंपनियां इंटरनेट पर पहले आपको संपर्क करेगी अगर आपने उनके पैसे जमा नहीं करवाए तो तीसरी किस्त आने से पहले ही आपके नज़दीकियों ,रिश्तेदार और दोस्तों को मैसेज भेज दिया जाएगा कि इनसे संपर्क ना करें क्योंकि इन्होंने लोन लेकर डिफॉल्ट किया है। भारत में कुछ ऐसे केस भी देखने को मिले हैं जिनकी बदनामी इन कंपनियों ने की और उन लोगों ने आत्महत्या भी कर ली है। इन कंपनियों का कोई अता-पता नहीं होता और ना ही यह कंपनियां किसी वित्तीय संस्था से लोन देने के लिए लाइसेंस लेती है। राखी भारत में आपको बैंक किया फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन की तरह कोई काम करना है तो रिजर्व बैंक से लाइसेंस लेना होता है लेकिन इंटरनेट पर कोई भी जैसा भी चाहे अपना काम कर सकता है इस पर कानून पूरी तरह चुप्पी साधे बैठा है। डिजिटल कंपनियों को मालूम है कि भारतीयों को अपनी छोटी-छोटी जरूरतें पूरा करने के लिए हमेशा पैसे की जरूरत रहती है इसी का फायदा उठाते हुए उन्हें जमकर लूटा जा रहा है। इसलिए बेहतर होगा कि यदि आपको पैसे की जरूरत है तो सरकारी बैंक या रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से मान्यता प्राप्त बैंकों से ही लोन ले। केंद्र सरकार को इन कंपनियों पर भी रोक लगाने के लिए कानून बनाना होगा। अन्यथा, डिजिटल लोन लेने वालों की आत्महत्या करने की सूची किसानों से भी बड़ी हो जाएगी।