Cyber Crime के शिकार लोगों के लिए जरूरी खबर, पुलिस ने बनाया प्लान

punjabkesari.in Thursday, Oct 31, 2024 - 03:39 PM (IST)

अमृतसर: शातिर हैकर्स अब लोगों की भावनाओं से खेल रहे हैं और लाखों लोगों को चूना लगा रहे हैं। वहीं, पुलिस ने अब इन हैकर्स पर नकेल कसने के लिए एक खास योजना तैयार की है, जिसके तहत पुलिस ने साइबर सेल विभाग में अनुभवी पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति की है, जबकि नए कंप्यूटर विशेषज्ञों को भी विभाग में तैनात किया गया है, जोकि इन हैकर्स पर पैनी नजर रखेगा। इसके साथ ही वे लोगों से ठगी की रकम भी उसी समय फ्रीज कर देंगे ताकि रकम एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर न हो सके।

गौरतलब है कि सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए सभी विभागों के काम-काज को ऑनलाइन करने का प्रयास किया है और इसमें बैंक आदि भी शामिल हैं। हैरान करने वाला पहलू यह है कि इस तरह की धोखाधड़ी के मामले कई पुलिस अधिकारियों के साथ भी हो चुके हैं और वे भी हाथ धोकर रह गए हैं।

इमोशनल ब्लैकमेल करने के लिए हैकर्स ने निकाला एक नया तरीका

अब हैकर्स ने इमोशनल ब्लैकमेलिंग कर ठगी करने का नया तरीका निकाला है। इस संबंध में मोहित कुमार का कहना है कि उनका इंस्टाग्राम हैकर्स ने हैक कर लिया और उन्होंने उनके कुछ परिचितों को फोन कर धमकाना शुरू कर दिया कि किसी कारण से उनके परिवार में कनाडा में रहने वाले बड़े भाई राजा का एक्सीडेंट हो गया है और उन्हें 1 लाख की जरूरत है जोकि वह एक नंबर देगा उस पर अभी भेज दें, नहीं तो उसके साथ कोई अप्रिय घटना घट सकती है। मोहित ने Canada में रहने वाले अपने भाई राजे को फोन किया तो उसने बताया कि उसके साथ ऐसा कोई हादसा नहीं हुआ है। ऐसे में उन्हें लाखों रुपये का चूना लग सकता था।

इस तरह और भी कई तरह से इमोशनल ब्लैकमेलिंग के मामले सामने आ रहे हैं। हैकर्स अब लोगों को धमकाकर फोन पर पैसे मांगकर उनकी भावनाओं से खेलते हैं, फोन पर लोगों से पैसे मांगते हैं और फिर जब लोग अचानक डर के मारे तुरंत पैसे भेज देते हैं तो वह एक घोटाले का शिकार हो जाते हैं।

पैसे के भुगतान को आसान बनाने के लिए ऐप्स बनाए गए

मोबाइल फोन के जरिए एक खाते से दूसरे खाते में पैसे ट्रांसफर करना आसान बनाने के लिए कई ऐप बनाए गए हैं, लेकिन इस सिस्टम को कुछ शरारती लोगों ने धोखाधड़ी का जरिया बना लिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि मोबाइल फोन पर Google Pay, PhonePe, Paytm और कई अन्य ऑनलाइन ऐप लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए बनाए गए थे, लेकिन अब ये ऐप शरारती जालसाजों का हथियार बन गए हैं, जिसके कारण वे इन्हें कहीं भी इस्तेमाल कर सकते हैं बैठे-बैठे मिनटों में पूरी रकम निकल गई।

लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत

अब लोगों को ऐसे मामलों को लेकर जागरूक होना होगा, तभी ऐसे मामलों पर अंकुश लगेगा। अगर किसी को किसी अनजान व्यक्ति का कॉल आता है, तो उन्हें फोन को ध्यान से सुनना चाहिए और किसी के साथ कोई ओटीपी साझा नहीं करना चाहिए और किसी भी अन्य बैंक या क्रेडिट कार्ड से संबंधित जानकारी किसी के साथ साझा नहीं करनी चाहिए, इसलिए यदि वे यह जानकारी किसी हैकर के साथ साझा करते हैं। वे कभी भी ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।

1930 नंबर पर कॉल करें, तुरंत जमा होगी राशि: पुलिस कमिश्नर भुल्लर

पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि उन्होंने इस काम के लिए विशेष रूप से शिक्षित और विशेषज्ञ अधिकारियों की एक हाई-टेक टीम बनाई है। नई टीम काफी सक्रिय है और ऑनलाइन धोखाधड़ी के कई मामले सुलझा रही है। सबसे अहम जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों की शिकायत दर्ज कराने के लिए 2 पोर्टल बनाए गए हैं। इनमें से एक है हेल्पलाइन नंबर 1930, यूएनसीआरबी पोर्टल और दूसरा पोर्टल है पीजीडी, जिसे मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान ने जारी किया है।

उन्होंने कहा कि विभाग के पास जो भी शिकायत आती है, उसकी जानकारी तुरंत कॉमेंरेट पेज पर डाल दी जाती है. इसके अलावा हर दिन किसी भी केस पर अधिकारियों द्वारा किए गए काम का पूरा ब्योरा कमिश्नरेट पुलिस पेज पर डाला जाता है, ताकि शिकायतकर्ता को अपने केस से संबंधित रोजाना पुलिस के काम की जानकारी मिल सके। कमिश्नर भुल्लर ने कहा कि लोगों को भी ऐसे मामलों के प्रति जागरूक रहना होगा। उन्होंने कहा कि अगर किसी को भी किसी अनजान व्यक्ति का कॉल आए तो उसे ध्यान से सुनना चाहिए, ताकि कोई हैकर आपको इमोशनली ब्लैकमेल न कर सके. अगर ऐसी धोखाधड़ी होती है तो उन्हें तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर मामला दर्ज कराना चाहिए। इससे धोखाधड़ी से गबन किया गया सारा पैसा तुरंत फ्रीज हो जाता है। इसके बाद पुलिस को तुरंत जानकारी मिल जाएगी कि पैसा किसके खाते में ट्रांसफर हो रहा है या कहां गया है। इससे जालसाज शातिर मुलजाम पुलिस की गिरफ्त में आ जाएगा।


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News Editor

Kamini

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