करतारपुर कॉरिडोर को खोलते समय भारत-पाकिस्तान के बीच नहीं होगा संयुक्त समारोह

punjabkesari.in Thursday, Oct 17, 2019 - 09:21 PM (IST)

जालंधर (धवन): भारत तथा पाकिस्तान द्वारा श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर खोले जाने वाले श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर के समय कोई भी संयुक्त कार्यक्रम नहीं किया जा रहा है। सिख समुदाय की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलने जा रही है परंतु इसके साथ ही पाकिस्तान द्वारा लगाई गई शर्तों को भी फिलहाल स्वीकार करना पड़ रहा है, जिसमें श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शनों के लिए जाने वाले श्रद्धालु से 20 डॉलर प्रति दौरे की वसूली की जाएगी और साथ ही कोई भी श्रद्धालु वर्ष में एक बार से अधिक गुरुद्वारे के दर्शन के लिए नहीं जा सकेगा।

यद्यपि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह 20 डॉलर की परमिट फीस लगाने का खुलेआम विरोध कर चुके हैं तथा उन्होंने यह मामला भारत सरकार के सामने भी उठाया है परन्तु फिर भी पाकिस्तान फिलहाल इस शर्त को हटाने के लिए तैयार नहीं है। पाकिस्तान द्वारा तैयार किए जा रहे समझौते के अंतिम मसौदे में कहा गया है कि श्री डेरा बाबा नानक (गुरदासपुर) को पाकिस्तान स्थित दरबार साहिब गुरुद्वारे (करतारपुर) के साथ जोड़ा जाएगा। माना जा रहा है कि नवम्बर महीने के दूसरे सप्ताह कॉरिडोर को खोल दिया जाएगा। पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह एक श्रद्धालु के रूप में पाकिस्तान जाएंगे तथा श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शन करने के बाद वापस आएंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह भी मौजूद रहेंगे।

सरकारी तौर पर कोई राजनेता पाकिस्तान में होने वाले समारोह में शामिल नहीं हो रहा है। श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए जाने वाले जत्थे के लिए ऑनलाइन पंजीकरण का कार्य संभवतया 20 अक्तूबर से शुरू हो जाने के आसार हैं।


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Mohit

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