राणा सोढ़ी और सुरजीत के खिलाफ दर्ज मामलों की जांच तेज

punjabkesari.in Tuesday, Mar 08, 2022 - 02:35 PM (IST)

फिरोजपुर (मल्होत्रा) : विधानसभा चुनावों के दिन हुए झगड़े संबंधी भाजपा प्रत्याशी राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, सुखपाल सिंह व उनके 5 समर्थकों के खिलाफ धारा 323 व 506 तथा सुरजीत सिंह व उनके साथियों के खिलाफ धारा 342 व 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अभी तक न किसी की गिरफ्तारी हुई और न किसी ने जमानत करवाई है।  राणा सोढ़ी और उनके 6 समर्थकों के खिलाफ चुनावी हिंसा फैलाने का मामला दर्ज किया गया है, जबकि राणा सोढ़ी के बयानों के आधार पर पुलिस ने सुरजीत सिंह और उनके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस द्वारा दोनों पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद जांच में तेजी लाई गई है।

शुक्रवार को दर्ज मामले की जांच पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं। सदर थाने के इंस्पेक्टर बलजीत सिंह ने बताया कि मामले में शामिल धारा 342 जमानत न होने योग्य है। उन्होंने कहा कि इन मामलों में न तो भाजपा उम्मीदवार राणा सोढ़ी और न ही उनके किसी समर्थक ने जमानत के लिए उच्च अधिकारियों से संपर्क किया। एस.आई. अजमेर सिंह के अनुसार भाजपा प्रत्याशी राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने शिकायत की थी कि वह मतदान की स्थिति की जांच करने के लिए विभिन्न बूथों का दौरा कर रहे थे, तब उन्हें सूचना मिली कि गांव जलोके में कुछ लोगों का भाजपा कार्यकर्ता से झगड़ा हो गया है। जब वह पूर्व विधायक नानू के साथ पहुंचे तो आम आदमी पार्टी के समर्थक सुरजीत सिंह और करीब 20 अज्ञात साथी उनके समर्थकों की पिटाई कर रहे थे।

एस.आई. ने बताया कि गांव जलोके के 'आप' समर्थक सुरजीत सिंह ने बयान दिया था कि 20 फरवरी को मतदान के समय गांव के सतनाम सिंह, वणजार सिंह, मंगत राम, सोनू सिंह और सुरिंदर सिंह  वोटरों को भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए कह रहे थे तथा पैसे देने के लालच दे रहे थे। सुरजीत सिंह ने जब उन्हें ऐसा करने से रोका तो आरोपितों ने उसे धमकाया।  बयानों के आधार पर राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, सुखपाल सिंह नानू और उनके 5 समर्थकों सतनाम सिंह, वणजार सिंह, मंगत राम, सोनू सिंह और सुरिंदर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

भाजपा प्रत्याशी राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी द्वारा संपर्क किए जाने पर उन्होंने कहा कि जब  झगड़ा हुआ तब वह मतदान केंद्र में मौजूद नहीं थे। उन्होंने कहा कि इस झगड़े में न तो वह खुद और न ही उनका कोई सुरक्षा गार्ड शामिल था। उन्होंने कहा कि उस दिन वह और उनके सुरक्षा गार्ड उस गांव से निकले जरूर थे लेकिन इस लड़ाई से कोई लेना-देना नहीं है। गुरमीत सिंह सोढ़ी कहा कि उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज हुए 323 मामलों की उच्चतम स्तर पर इंक्वायरी लगाई जा चुकी है।

इस मामले में डी.एस.पी. सतिंदरजीत सिंह विर्क ने कहा कि राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी के खिलाफ अटारी में दर्ज मामले में उन्हें वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा जांच के लिए चुना गया है और इसकी जांच की जा रही है। जलोके में दर्ज मामले के संबंध में उनके पास कोई इंक्वायरी मार्क नहीं हुई है।

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News Editor

Kamini

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