जालंधर लोकसभा उपचुनाव में जीत हासिल करना पंजाब कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती’

punjabkesari.in Friday, Jan 20, 2023 - 09:45 AM (IST)

पंजाब डेस्कः वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों में अपनी करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी का स्थानीय नेतृत्व अभी अपने पैरों पर खड़ा होने का प्रयास कर रहा था कि उसके कई बड़े नेता धीरे-धीरे पार्टी को छोड़कर चले गए। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ सहित पंजाब के कई मंत्री पार्टी को अलविदा कहकर भाजपा में शामिल हो गए।

अब मनप्रीत बादल ने उस दिन कांग्रेस छोड़ी जब पंजाब में राहुल गांधी की महत्वपूर्ण रैली होने जा रही थी। इसी बीच सबसे बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम उस समय हुआ जब मौजूदा सांसद चौधरी संतोख सिंह का हृदय गति रुकने से निधन हो गया। अभी उनकी मृत्यु को कुछ ही दिन हुए हैं परंतु उपचुनाव को लेकर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। जालंधर लोकसभा सीट एक तरह से कांग्रेस का गढ़ रही है परंतु अब सत्ता में आम आदमी पार्टी की सरकार है और दूसरी तरफ केन्द्र में भाजपा की सरकार है और पंजाब में कांग्रेस का बड़ा नेतृत्व उसमें शामिल हो चुका है। इसके अतिरिक्त अकाली दल भी इस उपचुनाव में उतरेगा।

अगर कांग्रेस लोकसभा उपचुनाव को जीतने में सफल रहती है तो वह अगले लोकसभा चुनावों तक अपनी स्थिति को बरकरार रख पाएगी।  यह उपचुनाव कांग्रेस के लिए एक लिटमस टैस्ट की तरह है जिसमें पास होना उसके लिए एक चुनौती है क्योंकि ‘आप’ और भाजपा उसे बड़ा मुकाबला देने के मूड में है और कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए सभी बड़े नेता तजुर्बेकार हैं।


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Vatika

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