जालंधर: Bed से मिले शव के मामले में आया नया मोड़, हैरान कर देने वाले हुए खुलासे
punjabkesari.in Friday, May 10, 2024 - 12:39 PM (IST)
जालंधर: गदईपुर में एक घर के बैड बॉक्स से मिली लाश को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। प्रैस कॉफ्रैंस करके ज्वाइंट सी.पी. ने जिस मृतक का नाम बताया, वह जिंदा है जबकि शव बरनाला के रहने वाले पूर्व आर्मी ऑफिसर योगराज खत्री का निकला है। यह सच हमेशा के लिए रहस्य ही रहता अगर 2 मई से लापता हुए अधेड़ पूर्व आर्मी आफिसर के परिजन बरनाला पुलिस की मदद से उसकी मोबाइल लोकेशन न निकलवाते।
हुआ यूं कि करीब 50 साल के योगराज खत्री निवासी बरनाला 2 मई को कुछ दिनों के लिए अपने परिवार को बाहर जाने का कह कर निकले थे। 2 से 3 मई तक उन्होंने अपने घर पर 2 बार फोन किया लेकिन 3 मई की रात से उनका मोबाइल फोन बंद जा रहा था। परिवार ने समझा कि बैटरी कम होने के कारण मोबाइल बंद हो गया होगा लेकिन उसके बाद मोबाइल ऑन ही नहीं हुआ।
आर्मी से रिटायर्ड हो चुके खत्री के परिजन रिश्तेदारों के यहां से उनका सुराग जुटाने लग गए लेकिन इसी बीच बरनाला पुलिस को सूचना दी। बरनाला पुलिस ने पहले तो कोई सुध नहीं ली लेकिन मामला पूर्व आर्मी के अधिकारी का था जिसके चलते पुलिस ने उनके मोबाइल नंबर की आखिरी लोकेशन, सी.डी.आर. (कॉल डिटेल रिकार्ड) आदि निकाली तो पता लगा कि 2 मई से योगराज खत्री जालंधर के गदईपुर की गली नंबर 2 में स्थित एक घर में रुके हुए थे।
उन्होंने 2 और 3 मई को घर पर जब कॉल किए थे, तब भी वह गदईपुर में ही थे। पुलिस को मामला गंभीर लगा तो योगराज के बेटे व अन्य रिश्तेदार को साथ लेकर बरनाला पुलिस गदईपुर पहुंची। गदईपुर की मार्कीट के दुकानदारों को उन्होंने योगराज की तस्वीरें दिखाई तो पता लगा कि कुछ दिन पहले इसी व्यक्ति को उन्होंने हत्या के केस में पकड़ी हिमाचली देवी के साथ देखा था और तब योगराज ने टोपी भी पहनी हुई थी।
यह मामला थाना-8 की पुलिस के ध्यान में आया तो एक बार पुलिस भी हैरान हो गई कि हिमाचली ने यह झूठ क्यों बोला। पुलिस अधिकारी द्वारा इस हत्या को 24 घंटे के भीतर ट्रेस करने की प्रैस कॉफ्रैंस भी चुकी थी। ऐसे में पुलिस ने सिविल अस्पताल ले जाकर गदईपुर में हिमाचली के घर से मिले शव की पहचान करवानी चाही तो उनके बेटे ने वह शव अपने पिता का ही बताया। पुलिस भी दंग थी। पता चला कि हिमाचली ने पुलिस को गुमराह किया और अपने जाल में फंसा लिया।
दरअसल हिमाचली ने मृतक का नाम झूठा बताया था और शव जिस विनोद कुमार नकुल का बताया गया वह उसके तथाकथित पति के सगे भाई का नाम है और वह जिंदा है। पुलिस अब अपने दस्तावेजों पर मृतक का नाम ठीक करवाएगी और शव का शुक्रवार को पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों हवाले कर दिया जाएगा।
उधर थाना-8 के प्रभारी गुरमीत सिंह ने कहा अब टैक्निरल एवीडैंस से जांच की जाएगी। हिमाचली और उसका किराएदार सनोज रिमांड अधीन हैं। अब हिमाचली से यह पूछताछ होगी कि उसने योगराज खत्री की हत्या क्यों की। यह हत्या थी कि किसी वस्तु की ओवरडोज के कारण उनकी मौत हुई अब यह भी जांच का हिस्सा है।
एक-एक हफ्ता अंबाला में रहने जाती थी हिमाचली
वहीं अब यह भी बात सामने आई है कि हिमाचली पिछले करीब 6 माह से अंबाला अक्सर जाया करती थी। वह लोगों की बताती थी कि किसी आर्मी आफिसर से उसकी अच्छी जान-पहचान है जिसने उसे रेलवे में नौकरी पर लगा दिया है लेकिन हिमाचली वहां अंबाला में एक होटल में रुकती थी। बरनाला पुलिस ने योगराज खत्री के मोबाइल नंबर की जो सी.डी.आर. निकलवाई है, उस पर योगराज और हिमाचली की लंबी-लंबी बाते हुई सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि पिछले 5 से 6 माह से वे दोनों एक दूसरे के संर्पक में थे।
3 से अलग-अलग दुकानों से खरीद चुकी थी 30 किलो के करीब नमक
गदईपुर में जब कुछ लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हिमाचली 3 मई से अलग-अलग करियाने की दुकानों में से मात्र 2 से 3 दिनों में करीब 30 किलो नमक खरीद चुकी है। दरअसल हिमाचली की सोच थी कि नमक डालने से शव गलेगा नहीं और उसकी बदबू नहीं आएगी। उसने बैड के अंदर और शव के ऊपर नमक बिछा रखा था और अब माना जा रहा है कि नमक अपना सही तरीके से काम करे, इसी के कारण उसने शव से कपड़े भी उतार दिए थे। यह योजना विफल हुई और बदबू आने लगी तो हिमाचली ने नया षड्यंत्र रच दिया और शोर मचा दिया कि उसके तथाकथित पति गुल्लू ने हत्या करके शव को बैड में रखा हुआ है।
यह था मामला
7 मई को गदईपुर में लाटरी कारोबारी की तथाकथित पत्नी के घर के बैड बॉक्स से एक शव मिला था। घर में रहती हिमाचली देवी ने ही पुलिस को इस संबंधी सूचना दी थी कि उसके पति ने किसी विनोद उर्फ नकुल नाम के व्यक्ति का कत्ल करके लाश को बैड में छिपा रखा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो गेट को ताला लगा था। हिमाचली से चाबी मांगी तो उसने कहा कि गेट को ताला उसके पति ने ही लगाया है जिसके चलते पुलिस कटर से ताला काट कर अंदर गई तो पहली मंजिल पर स्थित कमरे में रखे बैड बॉक्स से एक व्यक्ति की गली-सड़ी लाश मिली।
हिमाचली तब भी पुलिस को बताती रही कि यह हत्या उसके पति ने की है और मृतक का नाम विनोद कुमार उर्फ नकुल है। कुछ घंटों की जांच के बाद पुलिस ने हिमाचली देवी और उसके किराएदार सनोज कुमार को गिरफ्तार कर लिया और दावा किया कि हिमाचली देवी ने विनोद कुमार को जहरीली शराब पिलाकर उसकी हत्या कर दी क्योंकि वह उसकी बदनामी कर रहा था और शव को बैड में रखने के लिए उसके किराएदार सनोज ने उसकी मदद की थी। दोनों के खिलाफ थाना-8 में हत्या और शव की पहचान छिपाने के लिए खुर्द बुर्द करने का केस दर्ज किया गया था।
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