जालंधरवासी दे ध्यान! खड़ी होने जा रही बड़ी मुसीबत

punjabkesari.in Monday, Mar 17, 2025 - 10:28 AM (IST)

जालंधर (खुराना): नगर निगम जालंधर के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा जालंधर निवासी पिछले कई सालों से भुगत रहे हैं परंतु अब आने वाले 6 महीने शहर के लिए मुसीबत से भरे साबित होने जा रहे हैं। इस मुसीबत का एक कारण तो जालंधर निगम का ओ. एंड एम. सैल बनने जा रहा है जिसके कंधों पर सीवरेज और वाटर सप्लाई सिस्टम की जिम्मेदारी है। आज हालात यह हैं कि शहर के 85 वार्ड में से करीब 60 वार्ड सीवरेज जाम की गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं और विभाग के अधिकारी उन समस्याओं को हल नहीं कर पा रहे।

शहर निवासियों के लिए जो दूसरी मुसीबत आने वाली है वह टूटी सड़कों से संबंधित होगी क्योंकि सरफेस वाटर प्रोजैक्ट के तहत ज्यादातर मेन सड़कों पर पानी के बड़े-बड़े पाइप डालने का काम दोबारा शुरू होने जा रहा है। इस काम के तहत अब अगले 4-6 महीनों में शहर की 50 किलोमीटर लंबी सड़कों को तोड़ा जाएगा जोकि बरसाती सीजन बीतने के बाद ही बन पाएंगी। यह काम शहर में जगह जगह करीब 7-8 स्थानों पर एक साथ शुरू होगा।

अब देखना है कि 50 किलोमीटर सड़कों को तोड़कर वहां पाइप डालने का काम 4-6 महीने में पूरा होता है या और ज्यादा समय लगता है क्योंकि यह भी एक तथ्य है कि 48 किलोमीटर सड़कों को तोड़कर पाइप डालने का काम संबंधित कंपनी द्वारा करीब 3 साल में पूरा किया गया और अब यही काम 3 महीने में करने की जिम्मेदारी कंपनी को दी गई है जो नामुमकिन सा लक्ष्य दिख रहा है।

उपचुनाव की तरह अब विधानसभा चुनाव में भी आप को आएगी मुश्किल

नगर निगम की खराब परफॉर्मेंस के कारण पिछले 3 साल से पंजाब की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी की छवि काफी खराब हो चुकी है। कुछ समय पहले हुए लोकसभा के उपचुनाव, उसके बाद हुए आम संसदीय चुनाव और उसके कुछ महीने बाद हुए वैस्ट विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव दौरान जालंधर नगर निगम की खराब परफॉर्मेंस चुनावी मुद्दा बनी रही जिस कारण आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को कई मुश्किलें आई।

यह तो गनीमत रही कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने समय पर दोनों उपचुनाव की कमान अपने हाथ में संभाल ली। इस कारण पहली बार सुशील रिंकू और दूसरी बार महेंद्र भगत को जीत नसीब हुई परंतु तब भी नगर निगम की नालायकी मुख्यमंत्री तक के सामने आ गई थी। इसके बावजूद आम आदमी पार्टी ने जालंधर नगर निगम के सिस्टम में कोई सुधार नहीं किया जिस कारण माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में आप उम्मीदवारों के लिए निगम की परफॉर्मेंस मुश्किल पैदा कर सकती है। अब अगर एक साल दौरान शहर के सीवरेज सिस्टम में सुधार न आया और टूटी सड़कों का मुद्दा हल न हुआ तो विधानसभा चुनाव से पहले एक साल दौरान सत्ता पक्ष के लिए एंटी इनकंबेंसी लहर पैदा होने का खतरा है जो चुनावी नुकसान तक कर सकती है।

यहां यहां टूटने जा रही हैं मेन सड़कें

कपूरथला चौक से डॉ अंबेदकर चौक, गुरु रविदास चौक से मॉडल टाउन श्मशानघाट तक, मॉडल टाऊन वाटर टैंक से मैनब्रो चौक और वहां से गुरु रविदास चौक तक। दीपनगर, किशनपुरा-काजी मंडी रोड, दकोहा फाटक, अरमान नगर, जेपी नगर मिट्ठू बस्ती रोड, कबीर विहार, राज नगर, गुज्जा पीर रोड, अड्डा होशियारपुर से किशनपुरा और वेरका मिल्क प्लांट क्षेत्र ।

नहीं सुधरे हरगोविंद नगर के हालात

निगम पार्षद हरप्रीत वालिया ने कहा कि हरगोविंद नगर में सीवरेज जाम की समस्या निगम से हल नहीं हो रही। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले क्षेत्र निवासी मेयर से मिले थे, जिन्होंने समस्या के हल का भरोसा दिया था परंतु अभी तक कोई काम नहीं हुआ। अगर 2 दिन में सीवरों की सफाई शुरू न हुई तो मंगलवार को निगम कार्यालय का घेराव किया जाएगा।

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तरसेम लखोत्रा ने भी निगम में धरना देने का अल्टीमेट दिया

मेयर के चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाले पार्षद तरसेम लखोत्रा ने अब निगम में धरना देने का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले मेयर को भार्गव कैंप की सीवर समस्या बारे ज्ञापन दिया गया था परंतु उसके बाद भी निगम अधिकारियों ने वहां जाकर मौके पर कोई काम नहीं किया। आज भी भार्गव कैंप में जगह जगह सीवर जाम हैं, आरके ढाबा के निकट मंदिर के पास भी सीवरेज का गंदा पानी खड़ा है, जिसके कारण संगत को परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि निगम अधिकारी पार्षद और लोगों की बिल्कुल सुनवाई नहीं कर रहे।

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News Editor

Urmila

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