20 साल बाद पिता को ढूंढता हुआ पंजाब पहुंचा जापानी बेटा, पूरा मामला जान रह जाएंगे हैरान

punjabkesari.in Monday, Aug 26, 2024 - 01:17 PM (IST)

पंजाब डेस्क : पंजाब के अमृतसर जिले से एक हैरानीजनक मामला सामने आया हैं जहां एक पिता अपने बेटे से 20 साल बाद मिला। पिता ने जब अपने जापानी बेटे को गले लगाया तो खुशी से फूला नहीं समाया। आपको बता दें कि यह खबर अमृतसर से सामने आई है जहां करीब 20 साल पहले सुखपाल सिंह ने अपने जापानी बेटे को उसकी मां के पास जापान में छोड़ दिया था। जिसके बाद दोनों बाप-बेटे 20 साल बाद मिले हैं। जानकारी के मुताबिक, बेटे रिन ताकाहाता ने बताया कि उसे ओसाका यूनिवर्सिटी ऑफ आर्ट्स में एक असाइनमेंट मिला था, जिसमें मुझे फैमिली ट्री यानि कि परिवार पर रिसर्च करनी थी। रिन ने बताया कि उसे मां के परिवार के बारे में तो पता था, लेकिन मेरे पिता सुखपाल सिंह के बारे में और कुछ नहीं पता था। इसके बाद उसने अपने पिता को ढूंढना शुरू किया।

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रिन ताकाहाता राखी से एक दिन पहले 18 अगस्त को अमृतसर पहुंचा था। जहां वह अपने पिता की तलाश कर रहा था। अपने पिता के नाम और पुराने पते के साथ-साथ अपनी मां साची ताकाहाटा द्वारा सावधानीपूर्वक संरक्षित की गई तस्वीरों जिसमें रिन बचपन में अपने पिता के साथ बैठा और उसकी मां जब पहली बार अमृतसर आई थी लेकर रिन फतेहगढ़ चूड़ियां रोड पर घर-घर और दुकानों में घूमता रहा। इस बीच, स्थानीय लोगों ने उनके पिता को पहचान लिया और उन्हें अमृतसर में उनके नए पते पर ले गए। वहीं सुखपाल ने कहा कि जब राखी के लिए ससुराल गया तो उसे उसके भाई का फोन आया कि तेरा बेटा जापान से लौट आया है। यह बात सुनकर सुखपाल हैरान हो गया और तुरंत अपने भाई से उसका ख्याल रखने के लिए कहने लगा। उसने कहा कि जब हमने आखिरकार एक-दूसरे को गले लगाया तो मुझे जो भावनाएं महसूस हुईं, वे बता नहीं सकता। दोनों बाप-बेटा एक-दूसरे को देखकर बहुत खुश हुए।

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सूत्रों के मुताबिक, पिता सुखपाल ने बताया कि उसकी मुलाकात अपने बेटे की मां साची ताकाहाता से थाईलैंड में हुई और दोनों में प्यार हो गया। साची जापान भारत आ रही थी और वह अमृतसर लौट रहे थे। इसी दौरान साची अमृतसर घूमने के लिए आई। उन दोनों प्यार हो गया और इसके बाद दोनों 2002 में जापान  शादी करवाकर चिबा केन में बस गए। इसी बीच उनके बेटे रिन का जन्म 2003 में हुआ था। सुखपाल ने आगे बताया कि हालांकि, भाग्य को कुछ और मंजूर था, हमारी शादी में कई मुश्किलें आईं वह 2004 में भारत लौट आया। साची उन्हें मनाने के लिए अमृतसर आए थी, जिसके बाद वह उसके साथ वापस जापान चले गए। इसके बाद उनकी शादी ज्यादा दिन नहीं चली और 2007 में उनका तालाक हो गया।  

आखिरकार सुखपाल घर छोड़कर अलग हो गया और 2007 में भारत लौट आया। बाद में उसने गुरविंदरजीत कौर से शादी की, जिनसे एक बेटी अवलीन पन्नू है। पिता सुखपाल ने बताया कि राखी के त्योहार पर अवलीन ने अपने जापानी भाई की कलाई पर राखी बांधी और गुरविंदरजीत कौर ने उसे अपने बेटे की तरह स्वागत किया। सुखपाल ने कहा कि उन्होंने अपनी पत्नी साची से बात की और उन्हें बताया कि उनका बेटा मेरे साथ है और उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। जब रिन से पूछा गया कि क्या वह चाहते हैं कि उनके पिता उनकी मां से मिलें, तो उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से वह चाहते हैं कि वह कम से कम एक बार उनसे मिलें और कहा कि वह नियमित रूप से अमृतसर आएंगे और अमृतसर में अपने पिता और परिवार के साथ रहेंगे।

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News Editor

Kamini

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