प्रवासी मजदूरों के पलायन के बाद अब सीमावर्ती क्षेत्र के किसान खुद करेंगे धान की बिजाई

punjabkesari.in Thursday, May 28, 2020 - 05:02 PM (IST)

अमृतसर (दलजीत शर्मा): कोरोना वायरस की महामारी में प्रवासी मजदूरों द्वारा पलायन करने के बाद अब सीमावर्ती क्षेत्र के किसानों ने खुद धान की बिजाई करने का फैसला किया है। किसानों द्वारा जहां बिजाई के लिए प्रति एकड़ 3 हजार रुपय का रेट निर्धारित किया है वही दिहाड़ी 300 रुपया तथा आधी दिहाड़ी 200 रूपया रखी है किसानों ने स्पष्ट किया है कि जो भी किसान उक्त नियमों की पालन नहीं करेगा उसे 25000 पर जुर्माना किया जाएगा।

जानकारी अनुसार गांव रानी के सीमावर्ती किसानों की मीटिंग समाजसेवक पूर्ण सिंह संधू रानी के नेतृत्व में हुई जिसमें आसपास के गांव के कई व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। संधू रानी ने बताया कि मजदूरों द्वारा प्लान करने के बाद धान की बिजाई के लिए किसानों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था परंतु अब पंजाबी किसानों द्वारा खुद बिजाई करने का फैसला किया गया है।उन्होंने बताया कि पहले ही किसानी व्यवसाय महंगाई के कारण मंदी की ओर जा रहा है। दिन-प्रतिदिन खाद तथा डीजल के रेट बढ़ने के कारण काम करना मुश्किल हो रहा है। सरकार द्वारा किसानों की भलाई के लिए कामना किए जाने के कारण छोटे किसान  आत्महत्या करने के लिए मजबूर है।

पंजाब सरकार द्वारा धान की बिजाई के लिए कोई ठोस कैसा ना लिए जाने के कारण किसानों को खुद को यह फैसला करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र में निर्धारित किया गया। नियम के अनुसार ही काम होगा उन्होंने किसानों को अपील की कि वह अपने पंजाबी लोगों को धान की बिजाई का कार्य दें ताकि वह भी महामारी के दौरान मेहनत करके अपने परिवारों का पालन पोषण कर सके तथा बुजुर्गों का पुराना प्यार दोबारा से बहाल हो सके। इस अवसर परसरपंच नरेंद्र सिंह मेंबर बलराज सिंह चीमा हरजिंदर सिंह बेअंत सिंह गुरनाम सिंह पूर्व सरपंच बलविंदर सिंह कुलविंदर सिंह हरपाल सिंह चीमा लखविंदर सिंह कर्मजीत सिंह महल सिंह संधू चंदन सिंह अंग्रेज सिंह कर्म सिंह चेयरमैन बलदेव सिंह इत्यादि क्षेत्र निवासी मौजूद थे।

 


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