पंजाब में अगले कुछ दिनों में कहर बरपाएंगी ये 5 बीमारियां, अभी से कर लें बचने की तैयारी, पढ़ें...
punjabkesari.in Friday, Jul 11, 2025 - 05:08 PM (IST)

गुरदासपुर(विनोद): बरसात के मौसम में डेंगू, वायरल बुखार, पेट की बीमारियां, फंगल इंफेक्शन और आंख-कान के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। बारिश में मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बचना जरूरी है। मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों से बचाव के लिए बारिश का पानी जमा न होने दें। पेट की बीमारियों से बचने के लिए ताजा और साफ खाना खाएं, तो बेहतर रहेगा। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए तुलसी,अदरक और हल्दी जैसी चीजों का सेवन करें।
बारिश का मौसम शुरू हो चुका है और कई राज्यों में भारी बारिश देखने को मिल रही है। बरसात में जगह-जगह बारिश का पानी भर जाता है, जिससे मच्छर पनपने लगते हैं। अगले कुछ सप्ताह में मच्छरों का आतंक बढ़ जाएगा। वातावरण में नमी और तापमान में उतार-चढ़ाव से वायरस-बैक्टीरिया का प्रकोप भी बढ़ जाता है। वातावरण में हुए बदलाव का सीधा असर हमारी इम्यूनिटी पर पड़ता ह।. इससे हमारा शरीर संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। ऐसे में अगर मच्छर काट ले, तो कई खतरनाक बीमारियां शिकार बना सकती हैं। इनसे बचने के लिए अभी से तैयारी करने की जरूरत है। गुरदासपुर के वरिष्ठ डाक्टर के.एस.बब्बर,बच्चों के डाक्टर पी.के.महाजन ने बताया कि बारिश का पानी जगह-जगह जमा हो जाता है, जिससे मच्छरों को पनपने का मौका मिलता है। इस मौसम में डेंगू और चिकनगुनिया जैसे वायरल बुखार के मामले काफी बढ़ जाते हैं। इससे लोगों को तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, थकान और त्वचा पर चकत्तों होने लगते हैं। मलेरिया भी मच्छरों के काटने से फैलता है। मच्छरों से बचने के लिए घर की साफ-सफाई रखें, किसी भी जगह पानी जमा न होने दें और मच्छरदानी का प्रयोग करें। इस मौसम में फुल बाजू के कपड़े पहनना भी जरूरी है।
डॉक्टर बब्बर ने बताया कि बरसात के मौसम में तापमान में उतार-चढ़ाव और नमी की वजह से वायरस तेजी से फैलते हैं। इससे वायरल बुखार, गले में खराश, जुकाम और खांसी जैसे लक्षण कॉमन हो जाते हैं। बच्चों और बुजुर्गों को इसका सबसे अधिक खतरा होता है। इससे बचाव के लिए हल्का गर्म पानी पिएं, बारिश में भीगने से बचें और भरपूर आराम करें। इसके अलावा बरसात में खाने-पीने की चीजें जल्दी खराब होती हैं और सडक़ किनारे का दूषित खाना पेट की बीमारियों जैसे डायरिया, फूड पॉइजनिंग, गैस्ट्रोएन्टराइटिस का कारण बन सकता है। इससे शरीर में पानी और नमक की कमी हो जाती है। इसलिए साफ पानी पिएं, ताजा और घर का बना खाना खाएं और हाथों की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। एक्सपर्ट के अनुसार बारिश में अत्यधिक नमी और लगातार भीगे कपड़ों के कारण फंगल इंफेक्शन, स्किन रैशेज, खुजली और एथलीट फुट जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। पसीना और गंदगी फंगल बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। ऐसे में शरीर को सूखा और साफ रखना ज़रूरी है। कॉटन के हल्के कपड़े पहनें और किसी भी संक्रमण को नजरअंदाज न करें। इसके अलावा बारिश में गंदा पानी आंखों और कानों में जाने से कंजंक्टिवाइटिस, कान दर्द और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता न होने के कारण यह और भी फैल सकता है। खुद को संक्रमण से बचाने के लिए गंदे पानी से बचें।
डॉक्टर की मानें तो बरसात में बीमारियों से बचने के लिए अभी से कुछ आसान लेकिन प्रभावी कदम उठाने जरूरी हैं। घर और इसके आसपास साफ-सफाई बनाए रखें, पानी उबालकर पिएं, मच्छरों से बचाव के उपाय करें, इम्यूनिटी बढ़ाने वाली चीजें खाएं और मौसम के अनुसार कपड़े पहनें. अगर बारिश में भीग जाएं, तो तुरंत कपड़े बदलें. थोड़ी सी सतर्कता आपको गंभीर बीमारियों से बचा सकती है. अगर फिर भी कोई स्वास्थ्य समस्या हो, तो डॉक्टर से मिलकर समाधान करें। अपने स्तर पर बिना सोचे समझे दवाईयों को प्रयोग न करें।