जालंधर के बाद अब इस जिले के नगर निगम पर विजिलेंस की नजर, 7 दिनों के अंदर...

punjabkesari.in Wednesday, Jun 04, 2025 - 01:22 PM (IST)

अमृतसर (रमन): नगर निगम जालंधर में ए.टी.पी. और बिल्डिंग इंस्पेक्टर पर हुई कार्रवाई के बाद अब अमृतसर नगर निगम का एम.टी.पी. विभाग भी विजिलेंस के राडार पर है। गौरतलब है कि पिछले कुछ माह से एम.टी.पी. विभाग का एक ए.टी.पी. और एक महिला इंस्पेक्टर काफी चर्चा में है और इनकी शिकायतें मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर, मुख्यमंत्री पंजाब, स्थानीय निकाय विभाग और विजिलेंस विभाग के टेबल पर रखी जा चुकी हैं। शहर में अवैध निर्माण इस हद तक बढ़ गए हैं कि विभाग इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

पिछले कुछ माह की बात करें तो अमृतसर के व्यापारियों द्वारा एम.टी.पी. विभाग के अधिकारियों की ब्लैकमेलरों के साथ बैठकर चाय-पानी के आरोप लगे थे कि व्यापारियों को ब्लैकमेल किया जाता है, जिसके बाद निगम प्रशासन ने एम.टी.पी. विभाग में बाहरी लोगों की एंट्री बंद कर दी और एक अलग वेटिंग रूम बना दिया, जिसमें विभाग के अधिकारी लोगों से मिल सकते हैं।

आर.टी.आई. एक्टिविस्ट सुरेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने क्वींस रोड पर अवैध रूप से बन रहे होटलों की शिकायत की थी, जिस संबंधी पंजाब सरकार के स्थानीय निकाय विभाग, विजिलेंस सैल ने ज्वाइंट कमिश्नर को निर्देश दिए हैं कि वह क्वींस रोड पर सुरेश शर्मा द्वारा की गई शिकायत की एम.टी.पी. के साथ मौका चैक करें और जांच के बाद सामने आए तथ्यों की रिपोर्ट 7 दिन के अंदर उन्हें भेजें। उन्होंने बताया कि शहर में अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध निर्माण हो रहे हैं और न तो नगर निगम कमिश्नर कुछ कर रहे हैं और न ही विजिलेंस इन पर कोई कार्रवाई कर रही है।

ठंडे बस्ते में पड़ी हैं शिकायतें

मेयर व कमिश्नर के पास पहुंच रही एम.टी.पी. विभाग के अफसरों की शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। शहर के लोग बिल्डिंग इंस्पेक्टर और ए.टी.पी. का नाम लेकर मेयर से शिकायत करते हैं और उसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं होती, जिसके बाद लोग शिकायत करना ही बंद कर देते हैं। नगर निगम प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय निकाय विभाग और विजीलैंस के पास भी जो शिकायतें लंबित हैं, वे इन्हीं अफसरों की हैं। अगर समय रहते इन पर गौर किया जाए तो बड़ी कार्रवाई हो सकती है, जिसका जिक्र निगम गलियारे में हो रहा हो कि जालंधर के बाद अब अमृतसर नगर निगम की बारी है।

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Kalash

Related News