पत्रकारों की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कानून की जरूरत: सिद्धू

punjabkesari.in Saturday, Oct 27, 2018 - 09:08 PM (IST)

अमृतसरः पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पत्रकारों पर हो रहे हमले देश के लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी हैं। 

इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन के 9वें पूर्ण अधिवेशन का उद्घाटन करने के उपरांत श्री सिद्धू ने कहा कि पत्रकारों पर हो रहे हमले देश के लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है और इसको रोकने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा अधिनियम  बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रेस लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और इसे लिखने और बोलने की छूट संविधान ने दी है, परन्तु मौजूदा समय में गौरी लंकेश जैसे अनेकों पत्रकार अपने फर्ज पर चलते हुए जान से हाथ धो बैठे हैं।  

सिद्धू ने कहा कि प्रेस राजनीतिक लोगों को जवाबदेह बनाती है और भ्रष्ट तथा अपराधी प्रवृति के लोगों के लिए डर का कारण बनती है, जो देश की लोकतांत्रिक अहमियत को बनाए रखने के लिए कारूरी है। उन्होंने कहा कि हालात ऐसे बने हुए हैं कि देश की प्रमुख जांच एजेंसी सीबीआई (केन्द्रीय जांच ब्यूरो) की खुद की पड़ताल हो रही है, परन्तु इसका मतलब यह नहीं कि हम  सभी यह चुपचाप देखते रहें, प्रेस को अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए, चाहे इसके लिए कितनी भी बड़ी बलि क्यों न करनी पड़े। 

सिद्धू ने पत्रकारों के कल्याण के लिए काम करने वाली संस्था पंजाब चंडीगड़ जर्नलिस्ट यूनियन को अपने निजी फंड से 10 लाख रुपए देने का ऐलान किया। इससे पहले पूर्व सांसद गुरजीत सिंह औजला ने देश भर से आए पत्रकारों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रेस की आजादी के साथ ही देश की आजादी कायम रह सकती है। उन्होंने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए हर जगह आवाज बुलंद करने का भरोसा दिया। इस अवसर पर शिक्षा और पर्यावरण मंत्री श्री ओ. पी. सोनी भी उपस्थित थे।

यूनियन के राष्ट्रीय प्रधान श्री एस. एन. सिन्हा, फाउंडर प्रधान श्री निवास रैडी, उप प्रधान श्रीमती शरीना इंद्रजीत, महासचिव श्री अमर दत्ती, राष्ट्रीय सचिव श्री बलविन्दर जम्मू, श्री राजन मान ने भी संबोधन किया।


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Mohit

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