जिला अस्पताल में न वैंटीलेटर न कार्डियक मॉनीटर, कैसे होगा कोरोना के मरीजों का उपचार

punjabkesari.in Thursday, Mar 19, 2020 - 11:15 AM (IST)

नवांशहर (मनोरंजन): कोरोना वायरस को लेकर लोगों में भय की स्थिति बनी हुई है, वहीं पंजाब सरकार की ओर से इसके बचाव के लिए पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं। दूसरी तरफ जिले के सरकारी सिविल अस्पताल में आपातकालीन के लिए कोई वैंटीलेटर नहीं है। ऐसे में मरीज का इलाज राम भरोसे ही होगा, चाहे अस्पताल में एक आइसोलेशन वार्ड बनाकर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस आइसोलेशन वार्ड पर आपात स्थिति में जिले के अन्य कस्बों व गांवों के भी मरीज निर्भर कर सकते हैं।

करीब 20 करोड़ की लागत से बने सिविल अस्पताल नवांशहर में न ही कोई ट्रॉमा सैंटर है, न ही आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पूरा कार्डियक मॉनीटर। यही वजह है कि किसी तरह के वायरस से ग्रस्त मरीज सिविल अस्पताल में दाखिल होने की बजाए प्राइवेट अस्पतालों में दाखिल होने को तरजीह देते हैं। कोरोना वायरस का शिकार मरीज के फेफडे़ कमजोर हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें सांस लेने के लिए वैंटीलेटर की खास जरूरत होती है। इसी तरह उनके दिल की धड़कन भी असमान्य हो जाती है। ऐसे सूरत में उन्हें कार्डियक मॉनीटर जरूरी चाहिए ताकि उनके दिल की सही स्थिति पता चल सके। कार्डियक मॉनीटर से ब्लड प्रैशर, रैंडम प्लेटलैट्स कस्टेंडर की जरूरत पड़ती है। ऐसे में यह दोनों सुविधाएं न होने पर मरीज का कैसे उपचार होगा।

PunjabKesari, neither ventilator nor cardiac monitor in district hospital

जिले में अभी तक कोरोना वायरस का कोई केस नहीं आया है पर जताया जा रहा है कि आने वाले 2 सप्ताह इस वायरस के लिए गंभीर है। जिसके चलते जिला प्रशासन को अस्पताल में सभी तरह के प्रबंध मुकम्मल करने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कर्मचारियों व अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। अधिकारी छुट्टी के दिन भी बिना संसाधनों के फील्ड में कार्य कर रहे हैं। जिला प्रशासन की ओर से मेले, प्रदर्शनियां, स्वीमिंग पूल आदि पर रोक लगाई गई है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि लोक सतर्क रहें, घबराए नहीं।

विभाग से की गई है 6 वैंटीलेटर व 6 कार्डियक मॉनीटर की मांग: एस.एम.ओ.
सिविल अस्पताल के एस.एम.ओ. डा. हरविंदर सिंह का कहना है कि कोरोना वायरस को लेकर सिविल अस्पताल नवांशहर में आइसोलेशन वार्ड के अलावा लैब व अन्य कमरों का भी प्रबंध किया गया है। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल में आई.सी.यू. के अलावा ट्रॉमा सैंटर स्थापित करने के लिए विभाग को लिखा गया है। अस्पताल की ओर से विभाग के पास 6 वैंटीलेटर व 6 कार्डियक मॉनीटर की मांग की गई है।

जिला अस्पताल में विदेश से आए 200 मरीजों की हुई जांच
सिविल अस्पताल में तैनात एम.डी. मैडीसन डा. गुरपाल कटारिया ने बताया कि सिविल अस्पताल नवांशहर में विदेशों से आए करीब 200 लोगों की जांच की गई, जिसमें से किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है, सतर्क रहें तथा अफवाहों से बचें।


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Edited By

Sunita sarangal

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