फूड सैंपल्स का रिकॉर्ड खुर्द-बुर्द करने के मामले में नहीं निकला कोई नतीजा, दुविधा में अधिकारी
punjabkesari.in Monday, Aug 21, 2023 - 11:09 PM (IST)

लुधियाना (सहगल) : फूड सैंपल्स का रिकॉर्ड खुर्द-बुर्द करने, 10 क्विंटल मिलावटी देसी घी के स्टॉक का गायब होने, 27 क्विंटल के मिलावटी देसी घी के बारे में फिजिकल वेरिफिकेशन न करने, सैंपल की रिपोर्ट लैब से स्वास्थ्य विभाग तक न पहुंचने, फेल हुए सैंपल्स के मामलों को कोर्ट में लांच ना करने और नए लाइसेंस ना बनाने आदि के मामले में जांच कमेटी आज किसी नतीजे पर ना पहुंची। पुरानी फूड सेफ्टी अफसरों की टीम मौके पर हाजिर रही पर जांच किसी नतीजे तक ना पहुंची।
स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार पूर्व फूड सेफ्टी अफसर ने कहा कि पुणे स्पष्टीकरण के लिए कुछ और टाइम दिया जाए वहीं सूत्रों ने बताया कि पूर्व जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर गुरप्रीत सिंह ने कहा कि वह नहीं चाहते की जांच लुधियाना में हो। इसे हेड क्वार्टर में शिफ्ट किया जाए। उल्लेखनीय है कि इस जांच कमेटी में डायरेक्टर लैब खरड़ डॉक्टर रवनीत कौर और सिविल सर्जन डॉक्टर हितंदर कौर को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है परंतु आज कमेटी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी।
10 क्विंटल भी बाजार में बिकने की आशंका, हजारों लोगों की सेहत से हुआ खिलवाड़
गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जब्त किया हुआ मिलावटी देसी घी कास्ट ऑफ़ गायब होकर बाजार में बिकने की प्रबल आशंका व्यक्त की जा रही है। उक्त घी के सैंपल जांच में अनसेफ पाए गए थे परंतु यह स्टॉक कितने हजार लोगों को बेचा गया कितने लोगों की सेहत से खिलवाड़ हुआ और कितने अस्पतालों में पहुंचे इसका स्वास्थ्य विभाग के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। हैरानी जनक बात तो यह है कि इतने बड़े मामले के बावजूद ना तो मिलावटी घी के निर्माता पर कोई पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई गई है और ना ही फूड सेफ्टी अफसर को सस्पेंड किया गया है। इस एपिसोड के अलावा 27 क्विंटल मिलावटी देसी घी जिसके सैंपल फेल हो चुके थे, का स्टॉक भी गायब बताया जाता है। शर्म के मारे स्वास्थ्य विभाग इसकी फिजिकल वेरिफिकेशन भी नहीं कर रहा। लोगों का मानना है कि सारा काम मिली भगत से हो रहा है और जांच कागजी कार्रवाई से अधिक कुछ भी नहीं है।