पंजाब में अब सड़क हादसों पर लगेगी ब्रेक, CM मान ने हाईटेक वाहनों को दिखाई हरी झंडी
punjabkesari.in Saturday, Jan 27, 2024 - 06:13 PM (IST)

जालंधर: राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और हर साल लगभग 3000 बहुमूल्य मानव जीवन को बचाने के उद्देश्य से, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज देश के पहली 'सड़क सुरक्षा फोर्स' के 129 हाई-टेक वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
पी.ए.पी. ग्राउंड में इस फोर्स को लॉन्च करने के लिए आयोजित समारोह के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पंजाब के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि पंजाब के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए एक समर्पित फोर्स लॉन्च करने वाला पहला राज्य बन गया है जिसके साथ लोगों की जान बचाई जा सकेगी। उन्होंने कहा कि इस फोर्स के गठन और उसके बाद इसे जनता को समर्पित करने में सभी अधिकारियों की अहम भूमिका रही है। भगवंत सिंह मान ने आशा व्यक्त की कि यह फोर्स लोगों की कीमती जिंदगियों को बचाने और यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने में प्रमुख भूमिका अदा करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बल के गठन का विचार रातोरात नहीं आया, बल्कि यह इस गंभीर समस्या के गंभीर आत्ममंथन का परिणाम है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि सांसद के तौर पर उन्होंने लोकसभा में सड़क हादसों का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया था क्योंकि इन हादसों के कारण राज्य में हर दिन 12 मौतें होती थीं। उन्होंने कहा कि तभी से उनके मन में यह विचार था कि जब भी उन्हें राज्य की सेवा करने का मौका मिलेगा, लोगों की जान बचाने के लिए एक समर्पित फोर्स का गठन किया जाएगा और आज उनका सपना सच हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फोर्स के गठन से पुलिसकर्मी अपने पुलिस कर्तव्यों का पालन और अधिक प्रभावी ढंग से कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस फोर्स को उपलब्ध कराए गए वाहन दुनिया के सर्वश्रेष्ठ वाहनों में से हैं। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि एस.एस.एफ. आम व्यक्ति की जिंदगी बचाने में अहम भूमिका निभाएगी और अब एस.एस.एफ. की कार्यप्रणाली का पता लगाने के लिए हर महीने का डेटा का अध्ययन किया जाएगा और हर महीने के बाद डेटा को जनता के साथ सांझा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फोर्स का गठन पंजाब को सड़क दुर्घटनाओं के मामले में सबसे सुरक्षित राज्य बनाने की दिशा में एक उचित कदम है। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब राज्य और इसके लोगों के कल्याण के लिए व्यापक जनहित में यह लक्ष्य हासिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री मान ने एस.एस.एफ. के स्टाफ को भी लोगों की कीमती जानें बचाने के लिए ड्यूटी और अधिक ईमानदारी और समर्पित भावना के साथ अपना कर्तव्य निभाने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस के लिए भी प्वाइंटों की व्यवस्था की जाएगी ताकि भविष्य में बार-बार उल्लंघन करने वालों का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द कर उन्हें दंडित किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह समय की मांग है कि लोग यातायात नियमों का पालन करने के साथ-साथ वाहनों की आवाजाही को भी सुगम बनाएं। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है कि बड़ी संख्या में लड़कियां पुलिस फोर्स में शामिल हो रहे हैं और एस.एस.एफ. के वाहनों के 90 गाड़ियों की ड्राइवर भी लड़कियां हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बल को 5500 किलोमीटर राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों को कवर करने के लिए सड़क सुरक्षा योजना के रूप में लॉन्च किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दशकों के दौरान पंजाब में परिवहन और सड़क बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री मान ने चिंता व्यक्त की कि सड़क पर होने वाली 65 प्रतिशत मौतें राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर होती हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकतर घातक दुर्घटनाएं शाम 6:00 बजे से रात 12:00 बजे के बीच होती हैं, जब इन सड़कों पर पुलिस की उपस्थिति कम होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब पीकर गाड़ी चलाने व तेज गति से चलने वाले वाहनों को रोकने के लिए विशेष उपकरणों से लैस 129 पेट्रोलिंग वाहन (गश्त करने वाले वाहन) इन रूटों पर तैनात किए जाएंगे और वाहन हरेक 30 कि.मी. की दूरी तय करेंगे। उन्होंने कहा कि नवनियुक्त पुलिस कर्मियों में से जिन्हें पर्याप्त प्रशिक्षण दिया गया है, उन्हें सड़क सुरक्षा फोर्स में तैनात किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह ट्रेनिंग कपूरथला में दी गई है। उन्होंने कहा कि यह फोर्स एक तरफ राज्य में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों की दर को रोकने और दूसरी तरफ राज्य की सड़कों पर यातायात को सुचारू करने में महत्वपूर्ण साबित होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी तरह का पहली विशेष फोर्स पंजाब में रोजाना होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में जानें गंवाने वाली कई कीमती जिंदगियों को बचाने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि इन वाहनों में किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को आपातकालीन उपचार प्रदान करने के लिए पूरी मेडिकल किट भी होगी। उन्होंने कहा कि लोगों को समय पर आवश्यक चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने के लिए फोर्स को ट्रॉमा सेंटरों से जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में सड़क दुर्घटनाओं में प्रतिदिन लगभग 14 बहुमूल्य जानें जाती हैं। उन्होंने कहा कि इसके कारणों की जांच सड़कों की उचित व्यवस्था से की जा सकती है, जिसके लिए पंजाब पुलिस में 'सड़क सुरक्षा फोर्स' का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री मान ने आशा व्यक्त की कि यह फोर्स अंधाधुंध ड्राइविंग को रोकने, सड़कों पर वाहनों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करने और अन्य कार्यों में सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और इससे पुलिस स्टेशनों में तैनात पुलिस कर्मियों पर बोझ भी कम होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस लोगों को न्याय दिलाने के लिए निष्पक्षता से अपना कर्तव्य निभा रही है। उनकी सरकार ने इन उपकरणों को रिमोट और कंप्यूटर के रूप में उपयोग करने के बजाय पुलिस की दक्षता बढ़ाने के लिए यह यंत्र उनके हाथों में दे दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पुलिस फोर्स के कल्याण के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है ताकि वे अपने कर्तव्यों को और अधिक मेहनत से निभा सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सबसे अग्रणी राज्य रहा है और भविष्य में भी हमेशा अग्रणी रहेगा क्योंकि पंजाबियों को कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार अपनी ड्यूटी पूरी तनदेही के साथ निभा रही है ताकि पंजाब हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व करे। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने लोगों को इस नेक काम में राज्य सरकार का समर्थन करके सक्रिय भूमिका निभाने के लिए आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री ने एस.एस.एफ. के पहले चरण का ब्लूप्रिंट भी लॉन्च किया, जिसके आधार पर राज्य में वाहन सरगर्म रहेंगे। इस अवसर पर पुलिस के डायरेक्टर गौरव यादव, गृह सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह, अतिरिक्त पुलिस डायरेक्टर जनरल एम.एफ. फारुकी और ए.एस. रॉय भी मौजूद थे।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here
पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here