सत्ता की नहीं, पंजाब और किसान के हितों की लड़ाई लड़ रहे हैंः परमिन्दर ढींडसा

punjabkesari.in Monday, Oct 12, 2020 - 03:17 PM (IST)

लहरागागा (गर्ग/जिंदल): शिरोमणि अकाली दल (डी) सत्ता हासिल करने की नहीं बल्कि पंजाब और किसान के हितों की लड़ाई लड़ रहा है, जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस, बादल दल और आप वाले अपनी-अपनी राजनीतिक असितत्त्व बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस बात का प्रकटावा हल्का विधायक और पूर्व वित्त मंत्री परमिन्दर सिंह ढींडसा ने अलग-अलग गांवों में पार्टी नेताओं और वर्करों को किसानी आंदोलन में बढ़चढ़ कर शिरकत करने के दिए जा रहे दिशा-निर्देशों के अंतर्गत पार्टी वर्करों को संबोधन करते हुए किया। 

ढींडसा ने कहा कि अकाली दल डीका हर नेता और वर्कर किसानी आंदोलन में बढ़ चढ़कर शिरकत कर रहा है, क्योंकि किसान पंजाब ही नहीं बल्कि देश का अंनदाता है। केंद्र सरकार ने बड़े बड़े घरानों के दबाव नीचे आ कर जो खेती कानून बनाए हैं वह किसान और पंजाब विरोधी हैं। केंद्र पंजाब को बिहार बनाना चाहता है परन्तु अकाली दल डी पंजाब को कभी भी बिहार नहीं बनने देगा चाहे इसके लिए कोई भी बली या संघर्ष क्यों न करना पड़े। उन्होंने बादल दल को कड़े हाथों लेते हुए कहा कि हरसिमरत कौर बादल का इस्तीफा और पार्टी का एनडीए से बाहर होना ड्रामेबाजी से ज्यादा कुछ नहीं। यदि बादल दल वाले किसानों के सचमुच हमदर्द हैं तो वह किसान आंदोलन में बिना शर्त शिरकत करें और केंद्र सरकार विरुद्ध जमकर रोष प्रदर्शन करें, परंतु बादल दल की नीयत में खोट है। ढींडसा ने कहा कि अकाली दल (डी) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनावों के लिए बिल्कुल तैयार है और सक्खि कौम एसजीपीसी को बादलों से मुक्त करवाना चाहती है। 

उन्होंने पंजाब के लोगों से अपील की कि पंजाब और पंजाबियों की भलाई के लिए बादल दल, कांग्रेस और आप जैसी फिरकाप्रस्त पार्टियों के झांसो में न आएं और अकाली दल (डी) का साथ दें। इस मौके ढींडसा के साथ सीनियर नेता सुखवंत सिंह सरायो, रामपाल सिंह बैहनीवाल, ओएसडी वरन्दिरपाल सिंह टीटू,पी ए हरजोत सिंह, मार्किट कमेटी के पूर्व चेयरमैन महीपाल भुल्लण, कौंसलर जगदीश राय ठेकेदार, राज कुमार गर्ग यूथ नेता, छज्जू सिंह सरायो, मदन कलेर राएधराना, ललित जोशी, गुरतेज सिंह जलूर, बलराज सिंह खाई के इलावा ओर नेता और वर्कर उपस्थित थे।              


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Mohit

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