Chandigarh PGI में प्राईवेट कमरा लेने के बारे अहम खबर, ध्यान दें ...
punjabkesari.in Thursday, May 30, 2024 - 11:09 AM (IST)

चंडीगढ़: पी.जी.आई. में प्राइवेट रूम लेने के लिए मरीजों की लंबी वैटिंग लिस्ट रहती है। मरीज वार्ड या आई.सी.यू. में ही दाखिल होता है कि परिजन प्राइवेट रूम के लिए अप्लाई कर देता है। कई बार मरीज वार्ड या दूसरे विभाग से डिस्चार्ज भी नहीं होता कि मरीज को प्राइवेट रूम मिल जाता है। ऐसे में मरीज दो मरीजों की जगह को पहले ही रिजर्व करके रखता है, लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा।
पी.जी. आई. प्रशासन ने आदेश दिया है कि अस्पताल में एडमिट मरीज अब पहले से एडवांस में प्राइवेट रूम के लिए अप्लाई नहीं कर सकेगा। हालही में पी. जी. आई. प्रशासन के नोटिस में आया है कि कई मरीज एक साथ दो बैड को रिजर्व करके रखते हैं। ऐसे में वैटिंग लिस्ट बढ़ती चली जा रही है जिसे रोकने के लिए यह फैसला लिया गया है। इसके मुताबिक मरीज आई.सी.यू., वार्ड, सी.सी.यू., लेबर रूम में एडमिट होगा। उसने प्राइवेट रूम के लिए अप्लाई किया हुआ है और उसका नंबर आता है तो 12 घंटे के अंदर शिफ्ट करना होगा। अगर उसने शिफ्ट नहीं किया तो प्राइवेट रूम कैंसल हो जाएगा।
महीनों पहले ही कर देते है Apply
स्टाफ की मानें तो मरीज और उसके अटेंडेंट वार्ड में एडमिट होने के साथ ही प्राइवेट रूम को भी अपने पास रखते हैं। पी.जी.आई. में बढ़ते मरीजों के साथ ही बैड की कमी रहती है। ऐसे में जरूरमंद मरीज को कमरा नहीं मिलता। कई बार देखा गया है कि मरीज की बजाय उसके अटेंडेंट कमरे के इस्तमाल करत है। लोग महीनों पहले ही प्राइवेट रूम के लिए अप्लाई कर देते हैं। उन्हें लगता है कि वेटिंग लिस्ट बहुत लंबी है। ऐसे में कई महीनों तक कमरा खाली नहीं होता और वैटिंग लिस्ट बढ़ती चली जाती है। मौजूदा वक्त में 20 से 25 दिन और कई बार एक महीना भी वैटिंग में लगता है।
दो साल पहले ही बढ़ा है किराया
पी.जी.आई. ने दो साल पहले प्राइवेट रूम और वी.आई.पी. रूम का किराया बढ़ा दिया था। पी.जी.आई. में प्राइवेट रूम लेते वक्त पहले मरीजों को सिक्योरिटी में 8 हजार रुपए देने पड़ते थे। अब मरीजों को 25 हजार रुपए देने पड़ते हैं। मौजूदा वक्त में पी.जी.आई. का प्राइवेट रूम का किराया 3500 रुपए तक है, जिसमें डाइट चार्ज और लैब चार्जेज शामिल हैं। साल 2013 में प्राइवेट रूम का कि राया 950 रुपए था। जबकि वी.आई.पी. रूम 1500 रुपए का था। अब यह बढ़कर 6500 रुपए कर दिया है।