Action मोड में पावरकॉम, आधी रात को मारी Raid, कनेक्शन काटे ठोका जुर्माना
punjabkesari.in Saturday, Nov 22, 2025 - 12:08 PM (IST)
खरड़: बिजली चोरी के एक बड़े मामले में कार्रवाई करते हुए पावरकॉम ने बाजवा डेवलपर्स लिमिटेड, न्यू सनी एनक्लेव सेक्टर-125 में देर रात छापेमारी की। इस दौरान मेगा मार्केट, जलवायु टावर के पास स्थित ट्यूबवेल पर सरकारी लाइन से लगाया गया कुंडी कनेक्शन रंगे हाथों पकड़ लिया गया। विभाग की इस कार्रवाई से इलाके की पानी सप्लाई ठप्प हो गई, जिससे लोगों में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई उस वीडियो के वायरल होने के बाद की गई, जिसमें ट्यूबवेल पर गैर-कानूनी कनेक्शन चलते दिखाया गया था।
जानकारी के अनुसार, इस रियल एस्टेट कंपनी के खरड़ में कई प्रोजेक्ट हैं, जहां करीब दो दर्जन ट्यूबवेल लगे हुए हैं। इनमें से कुछ नगर परिषद की सप्लाई पर, कुछ मोहाली और बाकी पावरकॉम के अधीन हैं। पता चला है कि कंपनी लंबे समय से बिजली बिलों का भुगतान नहीं कर रही थी, जिसके कारण पहले ही सभी कनेक्शन काट दिए गए थे। इसके बावजूद बिल्डर ने दिखावे के लिए ट्यूबवेल पर जेनरेटर रखे हुए थे, जबकि मोटरों को चोरी-छिपे सरकारी लाइन से जोड़कर चलाया जा रहा था। गुरुवार देर रात एक व्यक्ति ने इसका वीडियो बनाकर संबंधित अधिकारियों को भेज दिया, जिसके बाद छापेमारी की गई।
तरणप्रीत सिंह, एक्सईएन मोहाली की अगुवाई में टीम ने मौके पर पहुंचकर अवैध कनेक्शन काट दिया और तारों सहित अन्य सामान जब्त कर लिया। टीम ने अन्य स्थानों पर चल रहे कनेक्शनों की भी जांच की, लेकिन वहां सब कुछ ठीक पाया गया। एक्सईएन तरणप्रीत सिंह ने बताया कि अवैध कनेक्शन को पूरी तरह हटाकर 12.50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है और चोरी रोको एक्ट के तहत केस भी दर्ज किया गया है। बाकी कनेक्शनों की भी जांच की जा रही है, और अगर कहीं कोई गड़बड़ी पाई गई तो वहां भी कार्रवाई होगी।
पानी की सप्लाई ठप
जैसे ही उक्त मोटर का अवैध कनेक्शन काटा गया, सनी एनक्लेव में पानी की सप्लाई रुक गई। इससे प्रभावित लोगों में बाजवा डेवलपर्स के प्रति नाराजगी देखने को मिली। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि बिल्डर या प्रशासन जल्द समाधान निकाले, ताकि पानी की समस्या से राहत मिल सके। गौरतलब है कि बाजवा डेवलपर्स के मालिक जर्नैल सिंह बाजवा लंबे समय से विभिन्न धोखाधड़ी मामलों में जेल में बंद हैं। ऐसे में कंपनी की तरफ से कोई जिम्मेदार व्यक्ति मौजूद नहीं है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतनी बड़ी बिजली चोरी आखिर किसके इशारे पर लगातार चल रही थी।

