पंजाब कैबिनेट में बड़े फेरबदल की तैयारी, इन मंत्रियों पर गिर सकती है गाज

punjabkesari.in Wednesday, Jun 05, 2024 - 02:54 PM (IST)

चंडीगढ़:  मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली कैबिनेट में बड़े पैमाने पर फेरबदल होना माना जा रहा है। आम आदमी पार्टी ने 5 कैबिनेट मंत्रियों और 3 विधायकों को लोकसभा चुनाव में उतारा था, लेकिन इनमें से सिर्फ कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ही संगरूर लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल कर पाए हैं। हालांकि जीत का जश्न अभी भी मनाया जा रहा है, लेकिन कैबिनेट में कब फेरबदल होगा, इस पर मुख्यमंत्री भगवंत मान कुछ दिनों में फैसला ले सकते हैं।

सूत्रों के मुताबिक इस बार होने वाले कैबिनेट में कई दिग्गज नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है, जिसमें विवादित मंत्री और अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाले मंत्री भी रडार पर होंगे। यह भी तय माना जा रहा है कि मीत हेयर की जगह मालवा से किसी नए चेहरे को प्राथमिकता देकर कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। वहीं इस बार कैबिनेट में माझे मालवा और दोआबा क्षेत्र में इन तीनों की भागीदारी पर भी खास ध्यान दिया जाएगा, क्योंकि अगले पांच विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव को आप नजरअंदाज करने के मूड में नहीं है। 

जालंधर समेत 5 सीटों पर होंगे उपचुनाव

पंजाब में लोकसभा सीटों के नतीजों के बाद अगले 6 महीने के भीतर 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे। कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर संगरूर लोकसभा सीट से चुनाव जीत गए हैं। इसलिए अब उनकी बरनाला विधानसभा सीट चुनाव आयोग द्वारा खाली घोषित कर दी जाएगी। 

यह सीट फिलहाल आम आदमी पार्टी के पास है। इसी तरह गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होगा क्योंकि गिद्दड़बाहा से कांग्रेस विधायक और पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने लुधियाना लोकसभा सीट जीत ली है। गिद्दड़बाहा सीट फिलहाल कांग्रेस के पास है। डेरा बाबा नानक से कांग्रेस विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा भी गुरदासपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीत गए हैं, इसलिए डेरा बाबा नानक सीट भी रिक्त घोषित की जाएगी।

चब्बेवाल विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक डॉ. राज कुमार चब्बेवाल होशियारपुर लोकसभा सीट से भी चुनाव जीत गए हैं। ऐसे में चुनाव आयोग को चब्बेवाल विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव करवाना होगा। जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट को पंजाब विधानसभा अध्यक्ष ने पहले ही रिक्त घोषित कर दिया है क्योंकि विधायक शीतल अंगुराल का विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा उनके द्वारा स्वीकार कर लिया गया था। इस सीट के रिक्त घोषित होने के बाद यहां भी उपचुनाव कराने का रास्ता साफ हो गया है।

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News Editor

Urmila

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