फतेहवीर की मौत के बाद जनता के सरकार से तीखे सवाल
punjabkesari.in Wednesday, Jun 12, 2019 - 09:33 AM (IST)
जालंधरः 6 जून को पंजाब के संगरूर के भगवान पुरा गांव में 150 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 2 वर्षीय फतेहवीर सिंह को नहीं बचाया जा सका और मंगलवार सुबह 5 बजे बोरवेल से उसका शव निकाला गया। इस घटनाक्रम में हुई साढ़े 5 दिनों की लंबी देरी के लिए लोग सरकार को कई सवालों के घेरे में घेर रहे हैं। नीचे लिखे कुछ अहम सवाल हैं, जो कि लोगों के मन में उठ रहे हैं।
- अगर देश में आए दिन ऐसे हादसे हो रहे हैं तो केंद्र सरकार और पंजाब सरकार ने अभी तक ऐसे हालात से निपटने के लिए कोई प्रबंध क्यों नहीं किए?
- लोग इस बात का जवाब भी मांग रहे हैं कि जब प्रत्येक क्षेत्र में साइंस और टैक्नोलॉजी ने इतनी तरक्की की है तो फतेहवीर को बचाने के लिए पुरानी तकनीक क्यों अपनाया गया?
- लोग यह भी गिला कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री पंजाब ने इस मामले में 4 दिन चुप्पी क्यों धारे रखी?
- अगर एन.डी.आर.एफ. इस मिशन को पूरा करने के लिए प्रशिक्षित नहीं थी तो पहले दिन ही इस बात को नजर अंदाज क्यों किया गया?
- अंतिम दिन सभी असफलताओं के बाद आर्मी के हवाले यह आप्रेशन करने की बजाय पहले आर्मी को नजर अंदाज क्यों किया गया?
- लोग इस बात का स्पष्टीकरण भी मांग रहे हैं कि सरकार यह स्पष्ट करे कि पंजाब या देश के पास आज भी कोई ऐसी मशीनें या उपकरण नहीं हैं, जो कि ऐसी आपदाओं से लोगों को बचा सकें?
- फतेहवीर को बचाने के लिए शुरू किए आप्रेशन में प्रशासन ने जिम्मेदारी से कार्य क्यों नहीं किया?
- आप्रेशन को योजनाबद्ध ढंग से क्यों नहीं अंजाम दिया गया?
- आप्रेशन दौरान आने वाली दिक्कतों को अग्रिम रूप में विशेषज्ञों की सलाह लेकर अंकित क्यों नहीं किया गया।
- यदि फतेहवीर को उसी रास्ते से निकालना था तो प्रथम दिन क्यों नहीं निकाला गया?