सरहद पारः नाबालिग लड़कियों के अपहरण से त्रस्त अल्पसंख्यकों ने निकाली भड़ास

punjabkesari.in Saturday, May 27, 2023 - 12:04 PM (IST)

गुरदासपुर: पाकिस्तान के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक गठबंधन तथा फायर ऑफ जस्टिस ने संयुक्त रूप मे फैसलाबाद प्रैस क्लब में धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों की नाबालिग लड़कियों की मुसीबतें उजागर करने के लिए एक प्रैस कांफ्रैंस की। प्रैस कांफ्रैंस में अल्पसंख्यक समुदाय की नाबालिग लड़कियों को अगवा करने, जब्री धर्म परिवर्तन तथा जब्री विवाह करने का विरोध करते हुए नाबालिग लड़कियों की सुरक्षा को यकीनी बनाने तथा दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की गई।

संगठन के चेयरमैन लाला रॉबिन डैनियल ने कहा कि पाकिस्तान का पुलिस तथा न्यायपालिका तंत्र पूरी तरह से ढह-ढेरी हो चुका है तथा कानून की सख्ती की कमी से नाबालिग लड़कियों की इज्जत दाव पर लगी हुई है। डैनियल ने जोर देकर कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की नाबालिग लड़कियों को बलात्कार की नीयत से अगवा करने के मामले में सख्त कानून होने के बावजूद सिस्टम की कमियों के कारण पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिलता तथा दोषी यह घिनौने अपराध करने के बावजूद आजाद घूमते हैं। पाकिस्तान की पुलिस तथा न्यायपालिका भी हमारे मामले में बिल्कुल निकम्मी हो चुकी है। यही कारण है कि पाकिस्तान की न्याय प्रणाली विश्व भर में बदनाम होने के कारण 138वें स्थान पर है जबकि अब तो इमरान खान मामले में यह नंबर और खिसक गया होगा।

हिन्दू नेता महेश वासू ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों को निशाना बना कर इस्लाम में तबदील करने का कारण यह है कि इस्लामी कानून लड़कियों को 12 वर्ष की होतेे ही निकाह की इजाजत देता है, अपराधी इसी तरह धर्म परिवर्तन का सहारा लेते हैं परंतु हमारी मांग है कि विवाह के लिए लड़के तथा लड़की की आयु 18 वर्ष निर्धारित की जाए। उन्होंने कहा कि देश के राजनीतिक संकट के कारण वह किसी तरह का रोष प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं परंतु इसका मतलब यह नहीं है कि हम चुप बैठेंगे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vatika

Recommended News

Related News