2024 के लिए BJP ने बनाया Master Plan, 10 जोनों और 300 कॉल सैंटरों से होगी चुनाव की कमांडिंग
punjabkesari.in Thursday, Sep 14, 2023 - 02:37 PM (IST)

जालंधर(अनिल पाहवा): लोकसभा चुनावों के लिए जहां विपक्षी दल एकत्र होकर मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं, वहीं भाजपा एड़ी-चोटी का जोर लगा 2024 के लोकसभा चुनावों को जीतने के लिए कोशिशें कर रही है। पार्टी की तरफ से अपनी इसी रणनीति के तहत देश भर में 10 जोन बनाए गए हैं और हरेक जोन के लिए अलग प्रभारी तैनात किया है।
सूत्रों का कहना है कि जिन प्रभारियों की नियुक्ति की जा रही है, वे चुनाव प्रचार का प्रबंधन करने के साथ-साथ केंद्र और जोन के नेताओं में को-ऑर्डीनेटर का काम करेंगे। इससे पहले पार्टी ने कभी भी इस तरह के जोन बनाकर काम नहीं किया लेकिन इस बार पार्टी ने अपनी रणनीति में काफी बदलाव किया है। जोन के साथ-साथ पार्टी इस बार कॉल सैंटर की संख्या भी बढ़ाने जा रही है। 2019 में लोकसभा चुनावों के दौरान पार्टी ने 190 कॉल सैंटर स्थापित किए थे। इन कॉल सैंटरों के माध्यम से देश भर में चुनाव अभियान चलाया गया था। खबर मिली है कि पार्टी ने इस बार कॉल सैंटरों की संख्या 300 कर दी है। ये कॉल सैंटर पार्टी को जमीनी स्तर पर काम करने तथा स्थानीय टीम और मतदाताओं के बीच पुल का काम करेंगे। ये कॉल सैंटर चुनाव के दिन मतदाताओं को कॉल करके वोट के लिए प्रेरित करेंगे। पार्टी की तरफ से जारी निर्देशों के तहत 27 सीटों के पीछे कम से कम एक कॉल सैंटर बनाने को कहा गया है।
दिल्ली मुख्यालय से चलेगी कमान
सूत्रों के अनुसार कॉल सैंटर की स्थापना तथा अन्य चुनावी प्रबंध देखने के लिए भाजपा ने जाॢवस नामक कंसल्टैंट कंपनी को तैनात किया है। यह कंपनी पहले भी भाजपा के लिए काम करती रही है। इस कंपनी की एक टीम नई दिल्ली में भाजपा कार्यालय में बैठेगी तथा वहां से सारे कॉल सैंटरों को कमांड करेगी। कॉल सैंटर अपने-अपने रा’य की मीडिया टीम के संपर्क में रहेंगे और रा’य स्तर पर चुनावी डाटा प्रबंधन में सहयोग करेंगे।
5 केंद्रीय नेताओं के संपर्क में रहेंगे जोन प्रभारी
पार्टी ने जो 10 जोन बनाए हैं, उनके प्रभारी भी लगा दिए हैं। ये प्रभारी अपने इलाके में काम तो करेंगे ही, साथ ही जोन की पूरी फीडबैक केंद्रीय नेताओं को देंगे। जिक्रयोग्य है कि ये सभी प्रभारी केंद्र के 5 बड़े नेताओं के संपर्क में रहेंगे तथा उन्हें अपनी रिपोर्ट देंगे। सभी प्रभारियों को 20 सितम्बर को अपने-अपने जोन में जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित करने के लिए कहा गया है। इसके बाद एक रिपोर्ट केंद्रीय टीम को दी जाएगी।