Punjab : सैंपलिंग न होने के कारण मिलावट खोरी बढ़ने की आशंका,  दूध में पेस्टिसाइड की होगी व्यापक जांच

punjabkesari.in Sunday, Mar 17, 2024 - 11:06 PM (IST)

लुधियाना (सहगल) :  जिले में मिठाइयों और मिल्क प्रोडक्ट्स की बढ़ती मिलावटखोरी की आशंका के चलते स्वास्थ्य विभाग को निरंतर सेंपलिंग करने की मांग बढ़ती जा रही है। 

उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से मिठाइयां और मिल्क प्रोडक्ट की सैंपलिंग में कमी आई है। राज्य के अधिकतर जिलों में हालत अब बदतर बताए जा रहे हैं जिसे लेकर विभाग को कई शिकायतें प्राप्त हुई है। इन सब में अहम मुद्दा दूध में मिलने वाले पेस्टिसाइड को लेकर है, क्योंकि दूध से बनने वाली मिठाइयां पनीर व अन्य उत्पाद पेस्टिसाइड के कारण जहरीले हो रहे हैं, लोगों द्वारा इसका सेवन करने से विभिन्न प्रकार की बीमारियों के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है। 

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विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले दशक से कैंसर के मामले बढ़ने का मुख्य कारण भी खाद्य उत्पादों में पेस्टिसाइड का इस्तेमाल है। हाल ही में राज्य के फूड कमिश्नर द्वारा सभी जिलों में दूध में पेस्टीसाइड की जांच के निर्देश दिए गए है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर रिपु दमन कौर ने बताया कि पहले चरण में दूध के सर्विलांस सैंपल लिए जाएंगे और उन्हें जांच में भेजा जाएगा। सैंपल्स में पेस्टिसाइड पाए जाने पर आगामी कार्रवाई की जाएगी इसके अलावा लोगों को खाने पीने की वस्तुओं में स्वच्छता और गुणवत्ता के बारे में जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार का यह प्रयास है कि लोगों को खाने पीने की वस्तुएं शुद्ध और गुणवत्तापूर्ण मिले दूसरे चरण में सर्विलेंस सैंपल्स के नतीजे के आधार पर एथिकल सैंपलिंग की जाएगी जिसमें जुर्माने व सजा का प्रावधान भी होगा। उल्लेखनीय है कि इसमें दूध उत्पादकों से लेकर उनके खरीदारों जिसमें बड़ी संख्या में हलवाई भी शामिल है के परिसर से भी सैंपल लिए जाएंगे।


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Content Editor

Subhash Kapoor

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