पंजाब के लोगों के सिर पर लटकी तलवार! मंडरा रहा एक बड़ा खतरा
punjabkesari.in Monday, Dec 16, 2024 - 10:45 AM (IST)
चंडीगढ़: स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पंजाब में 2025 तक कैंसर के मामले 43,196 तक पहुंचने की संभावना है, जो 2020 से 13 प्रतिशत अधिक है। इनमें से अधिकांश मामले महिलाओं में होते हैं, जिनमें स्तन और गर्भाशय कैंसर सबसे आम है, जबकि पुरुषों में एसोफैगल (भोजन नली) कैंसर सबसे आम है, जो शराब और वसा के कारण होता है।
नेशनल सेंटर फॉर डिजीज इंफॉर्मेटिक्स एंड रिसर्च, बेंगलुरु के नए आंकड़ों के मुताबिक, 2025 तक पुरुषों में कैंसर के 19,991 मामले और महिलाओं में 23,205 यानी कुल 43,196 मामले होंगे। 2020 में 38,636 मामले सामने आए हैं, जिनमें पुरुषों के 18,043 और महिलाओं के 20,593 मामले सामने आए हैं। 2019 में यह संख्या 37,744, 2018 में 36,888, 2021 में 39,521 और 2022 में 40,435 थी। PGI में 2011 से 2015 तक की रिपोर्ट देखें तो कैंसर के इलाज के लिए सबसे ज्यादा मरीज पंजाब से आए हैं। पंजाब के बाद दूसरे नंबर पर हरियाणा, तीसरे नंबर पर हिमाचल प्रदेश है। रिपोर्ट के मुताबिक, चंडीगढ़ इस सूची में 5वें स्थान पर रहा।
होमी भाभा कैंसर अस्पताल संगरूर सेंटर में ज्यादातर मरीज पंजाब से आते हैं, जिनकी संख्या 75 से 80 फीसदी है, जबकि न्यू चंडीगढ़ होमी भाभा कैंसर अस्पताल में 52 फीसदी मरीज पंजाब से और 58 फीसदी मरीज दूसरे राज्यों से हैं। यहां तक कि बिहार और ओडिशा से भी मरीज आ रहे हैं।