पंजाब में बच्चों पर बड़ा संकट! Blood Samples की हैरानीजनक रिपोर्ट, Survey ने बढ़ाई चिंता
punjabkesari.in Wednesday, Oct 08, 2025 - 04:33 PM (IST)

पंजाब डेस्क : पंजाब और चंडीगढ़ में बच्चों की सेहत को लेकर एक चिंताजनक खुलासा हुआ है। एक ताजा अध्ययन में पाया गया है कि चंडीगढ़ और पंजाब के बठिंडा, रूपनगर में बच्चों के खून और भूजल में सीसा (Lead) और यूरेनियम की मात्रा WHO की निर्धारित सीमा से कहीं अधिक है। इसके बाद लोगों में चिंता बढ़ गई है। यह सर्वे पंजाब युनिवर्सिटी द्वारा बाबा फरीद एनजीओ, फरीदकोट के सहयोग से किया गया। अध्ययन के दौरान 5 से 15 वर्ष के बच्चों के 149 बल्ड सैंपल और 137 भूजल के सैंपल इकट्ठा किए गए। बठिंडा में 32.62%, रूपनगर में 19.35%, और चंडीगढ़ में 26.32% नमूनों में खतरनाक स्तर दर्ज किया गया।
इसके नतीजों में 26 प्रतिशत बच्चों के खून में सीसे की मात्रा 3.5 माइक्रोग्राम प्रति डेसीलीटर से अधिक पाई गई। इसके साथ ही बठिंडा में भूजल में 17 नमूनों में यूरेनियम की मात्रा भी सीमा से ऊपर मिली। रिपोर्ट सामने आने के बाद पंजाब राज्य मानवाधिकार आयोग और चंडीगढ़ मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए इसे जन स्वास्थ्य और मानवाधिकारों से जुड़ा गंभीर मुद्दा बताया है। आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 21 (जीवन और स्वास्थ्य का अधिकार) का हवाला देते हुए कहा कि बच्चों की सेहत पर असर डालने वाला प्रदूषण किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है।
आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति संत प्रकाश ने राज्य और केंद्रशासित प्रदेश के प्रशासन को तुरंत कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पंजाब के जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग और चंडीगढ़ नगर निगम को आदेश दिया है कि प्रभावित स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों और ग्रामीण क्षेत्रों में आर.ओ. सिस्टम की स्थापना और रखरखाव को प्राथमिकता दी जाए।
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