लोकसभा चुनाव : राजा वड़िंग को किस वजह से बठिंडा से छोड़नी पड़ी पत्नी की टिकट, जानें

punjabkesari.in Saturday, Apr 20, 2024 - 11:34 PM (IST)

लुधियाना (हितेश): लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की टिकटों के वितरण से जुड़ा दिलचस्प पहलू सामने आया है कि जो राजा वडिंग पंजाब प्रधान के रूप में राज्य की सभी 13 सीटों पर उम्मीदवारों के चयन को लेकर सिफारिश कर रहे हैं, उन्हें कुर्सी बचाने के लिए बठिंडा से पत्नी की टिकट छोड़नी पड़ी है। यहां बताना उचित होगा कि राजा वडिंग गिद्दड़बाहा से विधायक हैं और कांग्रेस की सरकार के दौरान ट्रांसपोर्ट मंत्री रहे हैं।

राजा वड़िंग ने पिछली बार कांग्रेस की टिकट पर बठिंडा से लोकसभा चुनाव लड़ा था और हार के बाद उन्होंने मनप्रीत बादल पर बादल परिवार के साथ मिलीभगत करके हरसिमरत बादल को जिताने का आरोप लगाया था। अब कांग्रेस के विधानसभा चुनाव हारने के बाद राजा वड़िंग पंजाब के प्रधान बन चुके हैं और मनप्रीत बादल भाजपा में शामिल हो गए हैं लेकिन इस बार दोनों ने ही लोकसभा चुनाव के दौरान बठिंडा से उम्मीदवार बनने में परहेज किया है।

हालांकि राजा वड़िंग द्वारा बठिंडा से लोकसभा चुनाव के दौरान टिकट के लिए अपनी पत्नी अमृता की दावेदारी पेश की गई थी जो काफी देर से एरिया में सक्रिय रूप से काम कर रही हैं लेकिन कांग्रेस के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में राजा वड़िंग की पत्नी का नाम न होने को लेकर सियासी गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।

इस दौरान यह बात सामने आई है कि राजा वड़िंग को पंजाब प्रधानगी बचाने के लिए बठिंडा से पत्नी की टिकट छोड़नी पड़ी है। मिली जानकारी के मुताबिक टिकटों के वितरण के दौरान राजा वड़िंग के विरोधियों ने यह मुद्दा उठाया था कि अगर उनकी पत्नी को टिकट दे दी गई तो उनकी गतिविधियां बठिंडा में ही सीमित होकर रह जाएगी।

बताया जा रहा है कि टिकट के लिए जिद करने पर राजा वड़िंग को पंजाब प्रधान का पद छोड़ने की बात कही गई थी।
इसे लेकर राजा वड़िंग ने भी एक इंटरव्यू के दौरान कुबूल किया है कि पंजाब प्रधान के रूप में उनके पास पूरे पंजाब के उम्मीदवारों के हक में काम करने की ड्यूटी है और अगर बठिंडा में उनकी पत्नी को टिकट मिलती तो उन्हें वहां ज्यादा समय देना पड़ता।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Subhash Kapoor

Related News