पंजाब में शांति से समझौता नहीं होने देगी कांग्रेस की अगली सरकार : राजीव शुक्ला
punjabkesari.in Thursday, Feb 17, 2022 - 12:36 PM (IST)
जालंधर : पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि पंजाब देश का अहम राज्य है और सीमा से सटा होने के कारण यहां पर विकास के लिए शांति कायम रहना जरूरी है। पंजाब केसरी के साथ विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि पंजाब में आतंकवाद के दौरान शहरों और गांवों में डर का माहौल था और राज्य का विकास रुक गया था। पंजाब को आतंकवाद के दौर में से निकालने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बेअंत सिंह सहित कई नेताओं ने कुर्बानियां दी थीं और कांग्रेस के शासनकाल में ही पंजाब में शांति की स्थापना हुई थी और राज्य के लोगों को कांग्रेस द्वारा किए गए ये प्रयास याद हैं, लिहाजा अगली सरकार भी कांग्रेस की ही आएगी और कांग्रेस के शासनकाल में देश विरोधी और आतंकी ताकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पंजाब के अमन चैन को बरकरार रखा जाएगा और खुशहाली को बढ़ाया जाएगा। राजीव शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार ने 111 दिन के कार्यकाल में राज्य के लोगों के हित में बड़े फैसले किए हैं। यदि चन्नी की तुलना देश के अन्य मुख्यमंत्रियों के साथ की जाए तो चन्नी जैसा तेजी के साथ काम करने वाला कोई दूसरा मुख्यमंत्री नहीं मिलेगा। उन्होंने राज्य के लोगों के लिए न सिर्फ बिजली सस्ती की, बल्कि पानी के बिल भी माफ कर दिए। इसके साथ ही उन्होंने सामान्य वर्ग के गरीब बच्चों के लिए भी शिक्षा मुफ्त कर दी।
इसके अलावा उन्होंने पैट्रोल डीजल के दाम भी कम किए देशभर में बड़ नही महंगाई के लिए हालांकि केंद्र सरकार जिम्मेदार है और तेल कम्पनियों ने पेट्रोल और डीजल के रेट बढ़ाकर देश में महंगाई में और वृद्धि की है। जबकि मुख्यमंत्री चन्नी ने महंगाई से लोगों को राहत देने के लिए पैट्रोल और डीजल के दाम कम किए। सबसे बड़ी बात यह है कि मुख्यमंत्री चन्नी ने जो ऐलान किए हैं, उनका नोटीफिकेशन भी जारी कर दिया गया है और ये फैसले लागू हो गए हैं। उन्होंने इसके साथ ही पंजाब में सरकार बनते ही 1 लाख नौकरियां देने का भी वायदा किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में प्रशासन को लेकर इसी तरह के तेज फैसले लेने की परंपरा रही है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जब कांग्रेस जीती थी, तो वहां पर सरकार बनने के बाद ही मुख्यमंत्रियों ने पहली फाइल किसानों के कर्ज माफी के लिए साइन की थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चन्नी जो वायदे कर रहे हैं, वह उन्हें पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं, उन्हें अपने वायदे छपवाने का शौक नहीं है।
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कांग्रेस में जारी उठापटक के सवाल पर राजीव शुक्ला ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों में आपसी मतभेद होते हैं और सियासत में मतभेद चलते रहते हैं। सुखदेव सिंह ढींडसा किसी वक्त अकाली दल के वरिष्ठ नेता थे और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के काफी करीबी हुआ करते थे, लेकिन आज सुखदेव सिंह ढींडसा कहां हैं। यही हालत उत्तर प्रदेश में भाजपा की भी है और भाजपा के कई नेता छोड़कर सपा में शामिल हो गए। यह उठापटक चुनाव के दौरान चलती रहती है लेकिन पंजाब में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के काम की तारीफ हो रही है और सभी उन्हें भला आदमी बता रहे हैं। कोई भी व्यक्ति चन्नी की आलोचना नहीं कर रहा है और यही उनकी सबसे बड़ी ताकत है।
नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा धूरी विधानसभा हलके में प्रियंका गांधी की रैली दौरान भाषण देने से मना करने के सवाल पर राजीव शुक्ला ने सिद्धू का बचाव किया और कहा कि उन्होंने भाषण देने से इन्कार नहीं किया बल्कि उस वक्त समय की कमी के कारण अपना समय मुख्यमंत्री चन्नी को दिया और कहा कि मुख्यमंत्री चन्नी भाषण देंगे और बाद में चन्नी का ही भाषण करवाया गया, लेकिन वह रैली में आए थे और मंच में बैठे थे। मुझे लगता है कि इस बात को ज्यादा तूल दिया जा रहा है।
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कांग्रेस संघीय ढांचे की पक्षधर, कैप्टन को लेकर पी.एम. के आरोप गलत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को संघीय व्यवस्था के तहत केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए कांग्रेस हाईकमान द्वारा गद्दी से हटाए जाने के सवाल पर राजीव शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस खुद संघीय ढांचे की समर्थक रही है और जब मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे, तो उनके शासनकाल के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल थे, लेकिन पंजाब में विपक्षी सरकार होने के बावजूद तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पंजाब के विकास के लिए प्रकाश सिंह बादल का पूरा साथ दिया। कांग्रेस ने ऐसा कभी नहीं सोचा कि यदि किसी राज्य में विपक्षी दल की सरकार है तो उसके साथ सौतेला व्यवहार किया जाए। मैं खुद जब देश का योजना मंत्री था, तो उस दौरान मीटिंगों में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल शामिल हुआ करते थे और मैं पंजाब के विकास के लिए तैयार की जाने वाली योजनाओं का पूरा पैसा अन्य राज्यों की तरह पंजाब को भी देता था और इसमें कभी भेदभाव नहीं किया गया, लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लगाए जाने वाले ऐसे आरोपों का कोई मतलब नहीं बनता है।
भगवंत मान में पंजाब को चलाने की काबिलियत नहीं
आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के नेता भगवंत मान पर हमला करते हुए राजीव शुक्ला ने कहा कि पंजाब को चलाने के लिए गंभीर नेता की जरूरत है। क्या भगवंत मान में इतनी गंभीरता है कि वह पंजाब जैसे सीमावर्ती राज्य को चला सके। क्या उन्हें शासन व्यवस्था चलाने की तकनीकी व कानूनी समझ है। क्या वह प्रशासनिक व्यवस्था की बारीकियों को समझते हैं, यदि ऐसे व्यक्ति के हाथ में पंजाब देंगे तो पंजाब कहां जाएगा। इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भगवंत मान मुख्यमंत्री चन्नी की जायदाद को लेकर भी झूठ बोल रहे हैं और यदि उन्हें को लगता है कि चन्नी की जायदाद उनसे ज्यादा है, तो चन्नी उन्हें जायदाद की अदला-बदली करने की चुनौती दे चुके है।
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पंजाब के हिंदुओं को सुरक्षा कांग्रेस ने दी
सुनील जाखड़ द्वारा 42 विधायकों का समर्थन होने के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री न बनाए जाने के सवाल पर शुक्ला ने कहा कि चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला सबकी सहमति के साथ हुआ है और उस समय किसी ने भी इसका विरोध नहीं किया था। चन्नी को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने का फैसला भी सबकी सहमति के साथ हुआ है। उस समय भी किसी ने इस चीज का विरोध नहीं किया। जहां तक हिंदुओं की बात है तो कांग्रेस ने पंजाब के हिंदुओं को हमेशा सुरक्षा की भावना महसूस करवाई है। पार्टी ने अन्य नेताओं को भी सांसद बनाया हुआ है। अब ये लोग क्या बोलते हैं, इसकी ज्यादा अहमियत नहीं है।
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