जालंधर में राहत कार्य शुरू, DC के आदेश पर प्रशासन की सभी टीमें हुई सक्रिय
punjabkesari.in Thursday, Sep 04, 2025 - 08:07 PM (IST)

जालंधर : जालंधर के डी.सी. हिमांशु अग्रवाल ने सभी उप मंडल मैजिस्ट्रेट को भारी बारिश के कारण आम नागरिकों के घरों, फसलों और पशुधन के नुक्सान की तुरंत जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि उन्हें राहत प्रदान की जा सके।
डा. अग्रवाल ने एस.डी.एम. को निर्देश दिए कि राजस्व विभाग और कृषि विभाग के अधिकारियों के सहयोग से पंजाब सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार जांच करवाकर क्षतिग्रस्त घरों की गिनती, फसलों और पशुधन के नुक्सान का विवरण सहित रिपोर्ट दो दिनों के भीतर जमा की जाए।
उन्होंने कहा कि प्रभावित नागरिकों के लिए राहत और पुनर्वास प्रयास पहले ही शुरू किए जा चुके हैं। उन्होंने जिला राजस्व अधिकारी को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के संबंधित एस.डी.एम. और अन्य अधिकारियों के साथ समन्वय करके मुआवजे और राहत सामग्री का समय पर वितरण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि कोई भी योग्य आम नागरिक इस राहत से वंचित नहीं रहना चाहिए। डिप्टी कमिश्नर ने जिला राजस्व अधिकारी को यह भी निर्देश दिया कि आम नागरिकों से मुआवजे के लिए प्राप्त होने वाले आवेदन/दावों के संबंध में सरकार के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई को तेजी से लागू किया जाए ताकि प्रभावित लोगों को तत्काल राहत प्रदान की जा सके।
डिप्टी कमिश्नर ने अन्य आदेशों के माध्यम से सभी उप मंडल मैजिस्ट्रेटस को यह भी निर्देश दिया कि वे अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में भारी बारिश के कारण सड़कों, सार्वजनिक इमारतों आदि के नुक्सान की विस्तृत जांच सुनिश्चित करें।
डा. अग्रवाल ने एस.डी.एम. को कहा कि राजस्व विभाग के अधिकारियों और नगर निगम/नगर परिषद/जिला विकास और पंचायत अधिकारी/ब्लॉक विकास और पंचायत अधिकारियों के सहयोग से अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात के कारण सड़कों, सार्वजनिक इमारतों आदि के नुक्सान की जांच करवाकर दो दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
इसी तरह, उन्होंने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), जालंधर और नैशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एन.एच.ए.आई), जालंधर के अधिकारियों को भी हिदायत दी कि इन रिपोर्टों के आधार पर तुरंत कार्रवाई करते हुए सड़कों, सार्वजनिक इमारतों के नुक्सान की मुरम्मत का कार्य शुरू करवाया जाए। इसके अलावा, उन्होंने जल निकासी से संबंधित रिपोर्ट दो दिनों के भीतर देने के निर्देश भी दिए। इसके अतिरिक्त, डिप्टी कमिश्नर ने नगर निगम कमिश्नर को शहर में क्षतिग्रस्त सड़कों, जल निकासी प्रणालियों, सरकारी इमारतों सहित अन्य बुनियादी ढांचे की मुरम्मत का कार्य तुरंत शुरू करवाने की हिदायत दी ताकि नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जा सके। उल्लेखनीय है कि डिप्टी कमिश्नर द्वारा हिदायतें जारी होते ही प्रशासन की सभी टीमें अपने कार्य में जुट गई है और राहत कार्य शुरू कर दिए गए हैं।