Jalandhar शहर में नहीं आएगा भाखड़ा का पानी, DC Himanshu Aggarwal ने दी राहत भरी खबर
punjabkesari.in Monday, Sep 01, 2025 - 09:41 PM (IST)

जालंधर।अनिल पाहवा
हिमाचल तथा पंजाब में पिछले काफी समय से हो रही बरसात के कारण नदी-नालों का पानी ओवरफ्लो हो रहा है। पीछे से पानी ज्यादा आने के कारण डैम के गेट भी समय समय पर खोले जा रहे हैं, जिसे लेकर जालंधर के लोगों में यह घबराहट फैल गई है कि पीछे से छोड़ा जा रहा पानी आने वाले समय में शहर में बाढ़ का कारण बन सकता है। पंजाब केसरी को भी कुछ लोगों ने जिज्ञासा के तौर पर कुछ सवाल पूछे हैं, जिसका जवाब लेने के लिए हमने इस संबंध में डी.सी. जालंधर हिमांशु अग्रवाल के साथ बात की। उन्होंने लोगों के जहन में आ रहे कई सवालों के जवाब दिए, जिससे यह काफी हद तक राहत भरा समाचार है कि सतलुज दरिया में आ रहा पानी किसी भी तरह का शहर के अंदर नुक्सान नहीं करेगा।
प्र. भाखड़ा से आ रहा पानी, शहर कितना सुरक्षित
उ. डी.सी. हिमांशु अग्रवाल ने कहा है कि भाखड़ा से रूटीन में पानी छोडा जा रहा है, जिसका अभी तक जालंधर शहर या आसपास के इलाकों में बहुत ज्यादा असर देखने को नहीं मिला है। शहरी इलाके पूरी तरह से सुरक्षित हैं। भाखड़ा के साथ-साथ क्योंकि अन्य आसपास के नदी नाले भारी बारिश के कारण ओवरफ्लो होकर सतलुज में आ रहे हैं, तो इसके कारण पानी का फ्लो बढ़ रहा है। उन्होंने साफ किया कि फिल्लौर के पास सुबह बड़ी मात्रा में पानी पहुंचेगा, लेकिन जालंधर के शहरी इलाकों को उसका कोई नुक्सान नहीं है क्योंकि यह पानी सतलुज दरिया से होकर आगे बह जाएगा।
प्र.- एहतियात के तौर पर कितना तैयार है प्रशासन
उ. इस सवाल पर डी.सी. अग्रवाल ने कहा कि अगर पानी भारी मात्रा में आता है तो उसके लिए भी जिला प्रशासन की तरफ से पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। लोगों को सतलुज के किनारे क्षेत्रों में जाने से रोका गया है तथा साथ ही मशीनरी तैनात करके किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने यह भी साफ किया कि अभी तक किसी भी प्रकार के खतरे की कोई संभावना नहीं है और प्रशासन अपना काम जिम्मेदारी से निभा रहा है।
प्र. शहर में कैसे हुई वाटर लागिंग
उ. शहर में कई इलाकों में पानी भरने की खबरें सुबह से आ रही है, जिस पर डी.सी. हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि पिछले कुछ घंटों से जालंधर में बड़ी मात्रा में बारिश हुई है, जिसके कारण सड़कों तथा इलाकों में पानी भर गया है। वह बाढ़ का पानी नहीं है, लेकिन उस पानी को भी निकालने के लिए नगर निगम की तरफ से पुख्ता कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी साफ किया कि अगर आने वाले समय में भी तेज बारिश होती है और शहर में वाटर लागिंग की स्थिति आती है तो जिला प्रशासन व नगर निगम मुस्तैदी से तैयार है।
प्र. क्या बेईं में भी आता है भाखड़ा का पानी
उ. शहर के कुछ इलाकों में से निकल रही बेईं को लेकर भी कुछ लोगों में दहशत पाई जा रही है, इस संबंध में पूछे गए सवाल पर डी.सी. हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि बेईं का सीधे तौर पर भाखड़ा से कोई लिंक नहीं है और न ही भाखड़ा से छोड़ा गया पानी बेईं में आता है। बल्कि होशियारपुर, फगवाड़ा, जालंधर, नवांशहर तथा आसपास के इलाकों में होने वाली बारिश का पानी बेईं में जाता है, जिससे यह ओवरफ्लो हो रही है। कुछ इलाकों में जलभराव की समस्या आई है, लेकिन वहां लोगों को रैस्क्यू करके उचित स्थानों पर रखा गया है तथा उन्हें हर प्रकार की जरूरी सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने शहर के लोगों से अपील की है कि वे पैनिक न हों, तथा प्रशासन को अपना सहयोग दें क्योंकि प्रशासन हर आपात स्थिति से निपटने के लिए मुस्तैदी से तैयार है।