RTA के सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी लोगों को पड़ रही भारी, जेब पर सीधा असर

punjabkesari.in Sunday, Dec 07, 2025 - 06:24 PM (IST)

लुधियाना (राम): आर.टी.ए. के सॉफ्टवेयर में पिछले 2 महीनों से एक गड़बड़ी लोगों की जेब पर सीधा असर डाल रही है। वाहन परमिट और उससे जुड़े दस्तावेज बनवाने आए लोगों से 1350 की जगह 6770 रुपए वसूल किए जा रहे हैं। इसका कारण विभाग के सॉफ्टवेयर में चल रही तकनीकी खराबी है। प्रतिदिन सैंकड़ों लोग अपने कागज पूरे करवाने आर.टी.ए. दफ्तर पहुंच रहे हैं, लेकिन बिल की राशि देखकर हैरान रह जाते हैं। कई लोग मजबूरी में ज्यादा पैसा चुका रहे हैं ताकि उनका काम अटक न जाए, जबकि कुछ लोग मामले को लेकर विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। दफ्तर में मौजूद कई लोगों का कहना है कि अधिकारियों को शिकायतें बताई जा रही हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान सामने नहीं आया।

गलत तरीके से दर्ज हो रही फीस की कैल्कुलेशन

आर.टी.ए. कर्मचारी भी मान रहे हैं कि समस्या सॉफ्टवेयर अपडेट के बाद शुरू हुई थी। नए सिस्टम में फीस की कैल्कुलेशन गलत तरीके से दर्ज हो रही है, जिसकी वजह से राशि कई गुना बढ़कर सामने आ रही है। हालांकि यह सवाल जस का तस है कि जब 2 महीने से लोगों से अतिरिक्त राशि वसूली जा रही है, तो विभाग ने इसे सुधारने में इतनी देर क्यों कर दी।

सिस्टम की निगरानी और जिम्मेदारी को लेकर उठ रहे सवाल

दफ्तर में पहुंचने वाले कई लोगों ने बताया कि पहले ही दस्तावेजों की प्रक्रिया में समय की बर्बादी और परेशानी झेलनी पड़ती है। ऊपर से गलत बिलिंग ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि अगर वे अतिरिक्त पैसा न दें तो काम आगे नहीं बढ़ता, जबकि अधिकारी इसे ‘तकनीकी त्रुटि’ बताकर टाल देते हैं।

यह मामला एक बार फिर सरकारी विभागों में तकनीकी अपडेट और मॉनीटरिंग की कमी को उजागर करता है। जब एक छोटी-सी गड़बड़ी जनता से हजारों रुपये अतिरिक्त ले सकती है तो सिस्टम की निगरानी और जिम्मेदारी पर बड़ा सवाल खड़ा होता है। लोगों की यह भी मांग है कि जितना अतिरिक्त पैसा वसूला गया है, उसे तुरंत वापस किया जाए और विभाग इस पर स्पष्ट कार्रवाई रिपोर्ट साझा करे। विभागीय सूत्रों की मानें तो तकनीकी टीम को समस्या ठीक करने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं लेकिन जब तक सिस्टम में सुधार नहीं होता, लोगों की परेशानी कम होने की उम्मीद नहीं दिख रही।

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News Editor

Kalash

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