संगरूर उपचुनाव : मुख्यमंत्री बनने के बाद भगवंत मान की ये पहली परीक्षा
punjabkesari.in Tuesday, Jun 21, 2022 - 03:22 PM (IST)
संगरूर (विवेक सिंधवानी): संगरूर लोकसभा उपचुनाव का अखाड़ा गर्म हो चुका है व सभी राजसी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवार चुनाव प्रचाव में जोश से भाग ले रही हैं।सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के लिए जहां संगरूर उपचुनाव वकार का स्वाल बनी हुई है वहीं संगरूर से 2 बार पार्लियामैंट रह चुके व मौजूदा मुख्यमंत्री भगवंत मान के लिए यह चुनाव पहली परीक्षा है व इस चुनाव में पास होने के लिए ‘आप’ एड़ी चोटी का जोर लगा रही है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के कुछ दिनों से चुनाव प्रचार की कमान खुद संभाली हुई है व वह खुद उम्मीदवार के हक में हलके में रोड-शो कर रहे हैं जिससे स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान पार्टी उम्मीदवार गुरमेल सिंह की जीत तय करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहते। उधर मुख्यमंत्री भगवंत मान की ओर से चुनाव प्रचार में बढ़ाई सरगर्मियों संबंधी राजसी माहिरों का मानना है कि राजसी जमीन खिस्कती देखकर सी.एम. फ्रंट फुट पर आ गए हैं।
संगरूर उपचुनाव में सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड व बेरोजगारी के मुद्दे ने आप सरकार की मुश्किलों में काफी वृद्धि की है। इसके अलावा गत विधान सभा चुनावों में जो जादू भगवंत मान का चुनाव में था वह अब पहले जैसा नजर नहीं आ रहा। लोगों के आप प्रति घट रहे उत्साह को बढ़ाने के लिए सी.एम. मान को एक बार फिर कामेडी का तड़का लगाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। मौजूदा चुनाव दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान के शहर संगरूर में लग रहे धरनों में भी आप की चिन्ता बढ़ा दी है। इसके अलावा विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए मुख्यमंत्री के समागम भी बेहद सीमित रखे जा रहे है ताकि विरोध करने वालों के आने से पहले ही रैली आदि समाप्त हो जाए। पंजाब की सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान की यह पहली राजसी परीक्षा है।
भगवंत मान के लिए यह उपचुनाव वक्कार का विषय है। क्योंकि वह लगातार 2 बार यह सीट जीत चुके हैं। इस उपचुनाव को लेकर उनकी गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सी.एम. मान अपने भाषणों में संगरूर सीट को आम आदमी पार्टी की राजसी राजधानी बता रहे हैं। उपचुनाव अपने अंतिम पड़ाव में पहुंच चुकी है व सभी पर्टियों के नेताओं ने अपनी सरगर्मियां तेज कर दी हैं परंतु वोटरों की अजीब चुप यकीनी तौर पर यहां नए समीकरण बनाने के संकेत दे रही हैं।